Wiaan Mulder Declared Innings Avoid Breaking Brian Lara Record: डब्ल्यूटीसी चैंपियन जिम्बाब्वे दौरे पर दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दक्षिण अफ्रीका दूसरा मैच बुलवायो में खेल रही है, जिसमें टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 626/5 का विशाल स्कोर बनाया। इस बड़े स्कोर तक टीम को ले जाने में सबसे अहम योगदान कप्तान वियान मुल्डर का रहा, जिन्होंने कप्तानी डेब्यू पर इतिहास रचते हुए टेस्ट क्रिकेट का दूसरा सबसे तेज तिहरा शतक जड़ा। उम्मीद थी कि मुल्डर आज टेस्ट में सबसे बड़ी पारी यानी ब्रायन लारा के 400* रनों का रिकॉर्ड भी तोड़ देंगे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और लंच के बाद पारी घोषित कर दी।
टूटने से बचा ब्रायन लारा का टेस्ट में सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड
जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले टेस्ट में वियान मुल्डर ने बेहतरीन शतकीय पारी खेली थी। इसके बाद दूसरे मैच में उन्हें केशव महाराज के चोटिल होकर बाहर हो जाने के कारण कप्तानी का मौका भी मिल गया। कप्तान के तौर पर अपने पहले ही टेस्ट को मुल्डर ने बेहद खास बना दिया और उन्होंने बुलवायो में जारी टेस्ट मैच के पहले ही दिन दोहरा शतक जड़ दिया।
दूसरे दिन भी मुल्डर ने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी जारी रखी और 297 गेंदों में अपना तिहरा शतक पूरा किया। लंच के समय मुल्डर 367 रन बनाकर नाबाद थे और लग रहा था कि उनके निशाने पर ब्रायन लारा का एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है लेकिन फिर उन्होंने पारी घोषित कर दी। इस तरह लारा का रिकॉर्ड तोड़ने का प्रयास मुल्डर ने नहीं किया।
फैंस को दिलाई 21 साल पुराने द्रविड़ और तेंदुलकर वाले किस्से की याद
वियान मुल्डर ने जिस तरह से माइलस्टोन के करीब होते हुए भी पारी घोषित कर दी, फैंस को 21 साल पुराने राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर के किस्से की याद आ गई। 2004 के पाकिस्तान दौरे पर मुल्तान में खेले गए टेस्ट में भारत के कप्तान द्रविड़ ने उस समय पारी घोषित कर दी थी जब तेंदुलकर 194 के स्कोर पर नाबाद थे। मैच में टीम इंडिया की पहली ही पारी थी लेकिन द्रविड़ ने सचिन के माइलस्टोन के पूरे होने का इंतजार नहीं किया था। बताया जाता है कि इस कारण से सचिन कुछ समय तक द्रविड़ से नाराज भी रहे थे।