3 players who retired due to injury: क्रिकेट के खेल में खिलाड़ियों का पूरी तरह से फिट रहना बेहद ही जरूरी होता है, तभी वह मैदान पर फुर्ती के साथ खेल खेलते हैं और अपनी टीम में अहम भूमिका निभा पाते हैं। क्रिकेट इतिहास में कई सारे खिलाड़ियों के साथ मैदान पर दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई हैं, जिसके चलते उन्हें क्रिकेट की दुनिया को अलविदा भी कहना पड़ा है। ऑस्ट्रेलिया के फिल ह्यूज की तो शॉन एबॉट की गेंद सिर पर लगने की वजह से मृत्यु भी हो गई थी और उनका करियर ही नहीं बल्कि जीवन ही समाप्त हो गया था। यहां हम आपको उन 3 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका बीमारी या चोटिल होने के चलते करियर खत्म हो चुका है।
3. विल पुकोवस्की
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टॉप ऑर्डर के युवा बल्लेबाज विल पुकोवस्की ने हाल ही में मात्र 26 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। साल 2021 में भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करते हुए 62 रन की पारी खेलने वाले पुकोवस्की को चोटिल होने के चलते यह दुर्भाग्यपूर्ण फैसला लेना पड़ा। दरअसल, विक्टोरिया का यह बल्लेबाज कई बार सिर पर चोट लगने की वजह से कन्कशन का शिकार हो चुके है। इसी वजह से मेडिकल टीम के कहने पर अब उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया है।
2. क्रेग कीसवेटर
आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2010 में इंग्लैंड को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले इंग्लैंड के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज क्रेग कीसवेटर ने मात्र 27 साल की उम्र में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। बता दें कि एक काउंटी चैम्पियनशिप मैच में नॉर्थम्पटनशायर के खिलाफ समरसेट के लिए चैंपियनशिप मैच में डेविड विली द्वारा फेंकी गई गेंद से चोट लगी थी। गेंद उनके हेलमेट और ग्रिल से उनकी दाहिनी आंख से टकराई। हालांकि, उसके बाद भी वह क्रिकेट की दुनिया में सक्रिय थे, लेकिन वर्ल्ड कप 2015 से पहले उन्होंने आंख से कम दिखाई देने की शिकायत की और जून 2015 में 27 साल की उम्र में संन्यास ले लिया था।
1. नारी कॉन्ट्रैक्टर
पूर्व भारतीय बल्लेबाज नारी कॉन्ट्रैक्टर भी उन खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्हें चोटिल होने के चलते संन्यास लेना पड़ा। दरअसल, साल 1962 में बारबाडोस के खिलाफ एक टूर मैच में खेलते समय कॉन्ट्रैक्टर के सिर पर गंभीर चोट लगी थी, जिसके चलते उनका सिर फट गया था। उस समय उनकी जान भी खतरे में पड़ गई थी और उन्हें कई ऑपरेशन भी कराने पड़े थे। हालांकि, दो साल के बाद उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर फिर से वापसी करनी चाही, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी। अंततः उन्हें क्रिकेट के सभी प्रारूपों को अलविदा कहना पड़ा।