भारतीय टीम अपना तीसरा वर्ल्ड कप खिताब जीतने के इरादे से इंग्लैंड की सरजमीं पर पहुंच चुकी है। भारतीय टीम अपने मिशन की शुरुआत 05 जून से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच खेलकर करेगी। लेकिन वर्ल्ड कप अभियान शुरु करने से पहले उसे बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ एक-एक अभ्यास मैच खेलना है।
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के अलावा भारतीय टीम भी वर्ल्ड कप खिताब जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही है। भारतीय टीम इस समय आईसीसी वनडे रैंकिंग में दूसरे स्थान पर है जबकि वर्ल्ड कप 2015 के बाद से सबसे अधिक मैचों में जीत हासिल करने वाली दूसरी टीम है।
कागज पर यह टीम हमेशा की तरह बेहद संतुलित नजर आ रही है लेकिन वर्ल्ड कप मैच शुरू होने से पहले इंडियन टीम मैनेजमेंट को कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। आज हम ऐसे ही 3 चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें भारतीय टीम को अभ्यास मैचों में आजमानी चाहिए।
# विजय शंकर और केएल राहुल को मध्यक्रम में बल्लेबाजी:
मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद के अनुसार विजय शंकर नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने के लिए उनकी पहली पसंद हैं जबकि केएल राहुल बैक-अप सलामी बल्लेबाज हैं। लेकिन विजय शंकर का आईपीएल का 12वां सीजन अच्छा नहीं गुजरा, जबकि केएल राहुल ने शानदार प्रदर्शन किया था।
हालांकि यह बात सही है कि केएल राहुल को वनडे क्रिकेट में जब भी मध्यक्रम बल्लेबाजी दी गई है वे अच्छे फॉर्म में नहीं दिखे हैं, जबकि सलामी बल्लेबाज के रूप में उनका प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। इसके अलावा विजय शंकर नंबर 4 या नंबर 7 किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी कर सकते हैं।
इसीलिए भारतीय टीम प्रबंधन को अभ्यास मैचों में केएल राहुल मध्यक्रम में चौथे स्थान पर और विजय शंकर को 5वें स्थान पर बल्लेबाजी करवाकर देखनी चाहिए। अगर उन मैचों में केएल राहुल अच्छे फॉर्म में दिखे तो वे वर्ल्ड कप के लिए नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
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#2. दूसरे तेज गेंदबाज का निर्णय:
भारतीय टीम में भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी तीन तेज गेंदबाज हैं जिसमें जसप्रीत बुमराह मुख्य तेज गेंदबाज हैं जो भारतीय टीम के ट्रंप-कार्ड होंगे। भारतीय टीम प्रबंधन को इन अभ्यास मैचों में दूसरे तेज गेंदबाज के लिए निर्णय लेना होगा कि भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी में से कौन सा गेंदबाज वर्ल्ड कप में नियमित रुप से गेंदबाजी करेगा।
भुवनेश्वर कुमार पिछले साल नवंबर से भारतीय टीम का नियमित हिस्सा नहीं रह सके हैं। जबकि मोहम्मद शमी ने वर्ल्ड कप 2015 के बाद से लेकर अक्टूबर 2018 तक मात्र 4 वनडे मैच खेले थे। लेकिन जसप्रीत बुमराह को चोटिल होने से बचाने के लिए मोहम्मद शमी को मौका दिया गया। मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दौरे पर शानदार प्रदर्शन किया। वे न्यूजीलैंड दौरे पर मैन ऑफ द सीरीज भी रहे। भारतीय टीम प्रबंधन को इन अभ्यास मैचों में भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी में से किसी एक को दूसरे तेज गेंदबाज के रुप में चुनना होगा।
#1. केदार जाधव को अधिक बल्लेबाजी और विजय शंकर को अधिक गेंदबाजी करने का मौका देना:
केदार जाधव आईपीएल में नॉकआउट मैचों से पहले चोटिल होकर बाहर हो गए थे। केदार जाधव भारतीय टीम की ओर से नंबर 6 पर शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन कर सकते हैं जबकि जरूरत पड़ने पर अच्छी गेंदबाजी भी कर सकते हैं। भारतीय टीम को इंग्लैंड की पिच पर अतिरिक्त गेंदबाज की आवश्यकता जरूर पड़ेगी। भारतीय टीम के पास हार्दिक पांड्या और विजय शंकर दो अतरिक्त तेज गेंदबाज मौजूद हैं।
हार्दिक पांड्या के पास 10 ओवरों तक गेंदबाजी करने की क्षमता है और वे कई बार पूरे 10 ओवर गेंदबाजी करते हुए देखे गए हैं जबकि विजय शंकर भी 5-6 ओवर गेंद फेंकते देखे गए हैं। इसीलिए विजय शंकर की गेंदबाजी को परखने के लिए उन्हें गेंदबाजी के लिए अधिक मौका देने की आवश्यकता है। भारतीय टीम प्रबंधन को अभ्यास मैचों में केदार जाधव को अधिक समय तक बल्लेबाजी और विजय शंकर से अधिक गेंदबाजी करानी चाहिए।