#2. इंग्लैंड (वर्ल्ड कप 1987)
1987 का वर्ल्ड कप फाइनल इकलौता ऐसा फाइनल था जब एशियाई मैदान पर दो गैर एशियाई देश मुकाबला खेल रहे थे। इस वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत और पाकिस्तान कर रहे थे। इंग्लैंड का यह वर्ल्ड कप अच्छा गुजरा था हालांकि उन्हें करांची में पाकिस्तान के खिलाफ हुए मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था। वर्ल्ड कप 1987 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 254 रनों का लक्ष्य दिया। जवाब में उतरी इंग्लैंड 246 रन ही बना पाई और 7 रन से फाइनल मुकाबला हार गई। यह दूसरी बार था जब इंग्लैंड को वर्ल्ड कप के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था।
#1. न्यूजीलैंड (वर्ल्ड कप 2015)
वर्ल्ड कप 2015 में न्यूजीलैंड खिताब जीतने की प्रबल दावेदार थी। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक लीग मैच में 161 गेंदों पहले ही जीत हासिल कर लिया था। इसके साथ ही साथ उन्होंने सभी मैचों में जीत भी हासिल की थी। लेकिन मेलबर्न में खेले गए फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 45 ओवरों में 183 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। जवाब में उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 33.1 ओवरों में 3 विकेट खोकर ही लक्ष्य हासिल कर लिया।