#3 मध्य ओवर में ख़राब बल्लेबाजी और साझेदारी का अभाव:
वनडे क्रिकेट में मध्य (11-40 ओवर) के ओवर पारी के सबसे महत्वपूर्ण ओवर होते है। बड़े स्कोर के लिए जरुरी है कि बल्लेबाज मध्य ओवर में अच्छा प्रदर्शन करे। इस दौरान बल्लेबाज को धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी करते हुए कमजोर गेंदों में बड़े हित लगाने की आवश्यकता होती है, साथ में गेंदबाज पर दबाव डालने के लिए बड़ी साझेदारी की जरुरत भी होती है।
लेकिन इस विश्व कप में लो स्कोरिंग मैचों में ऐसा देखने को नहीं मिला। लो स्कोरिंग मैचों में टीमें मध्य के ओवेरों में लगातार विकेट गावांती रही जिसके कारण वे बड़ा लक्ष्य खड़ा करने में असफल रही। इस दौरान ज्यादातर बल्लेबाज 30 रन ही नहीं बना सके और किसी भी बल्लेबाज के साथ अच्छी साझेदारी नहीं कर पाए। दक्षिण अफ्रीका की बात करें तो उन्होंने 11 से 40 ओवर के बीच में 17 विकेट खो दिए, इसी ने उन्हें अंतिम ओवर में आक्रामक बल्लेबाजी करने से रोका और अभी तक खेले गये सभी मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा।