# 4 बड़े टूर्नामेंट का दबाव:
विश्व कप में खेलना किसी भी बल्लेबाज या गेंदबाज के लिए सबसे बड़ी चनौती होती है। आमतौर पर इस तरह के बड़े टूर्नामेंटों में खेलना खिलाड़ियों का सपना होता है और वो इसमें अच्छा प्रदर्शन करना चाहते है। इस तरह के बड़े टूर्नामेंट के दबाव में बड़े खिलाड़ी अपने स्वाभाविक खेल को छोड़कर बेहतर प्रदर्शन करने के चक्कर में ऐसी गलतियाँ कर देते है जिसके कारण उन्हें अपनी विकेट गंवानी पड़ती है।
एक गेंदबाज के रूप में आपके पास दस ओवर होते है और एक ओवर ख़राब करने पर बाकी ओवर में वापसी करने का मौका होता है लेकिन बल्लेबाज के पास यह बिलकुल नहीं होता और विकेट गिरने के बाद उन्हें सिर्फ अगले मैच में ही मौका मिल सकता है।
यही दबाव हमें बांग्लादेश के खिलाफ न्यूजीलैंड पर देखने को मिला, मैच आगे बढ़ने के साथ साथ रन रेट बढ़ रही थी जिसके दबाव में बल्लेबाज ख़राब शॉट खेलकर अपनी विकेट गवां रहे थे, इस मैच में रॉस टेलर के अलावा न्यूजीलैंड के सभी बल्लेबाज फ्लॉप रहे। हालाकिं इस मैच को न्यूजीलैंड ने 2 विकेट से जीत लिया था लेकिन इस घटना ने कीवी बल्लेबाजों को वर्ल्ड कप में खेलने के दबाव का पाठ जरुर पढ़ा दिया।