आईपीएल 2019 समाप्त होने के बाद क्रिकेट फैन्स अब इंग्लैंड में शुरू होने वाले आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2019 की शुरुआत इंग्लैंड और वेल्स में 30 मई से होगी जिसमें पहला मैच मेजबान इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला जाएगा। वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले ही सभी टीमों ने अपने 15 खिलाड़ियों का चयन कर लिया है। पाकिस्तान और इंग्लैंड ने हाल ही में अपने टीम में कुछ बदलाव भी किए हैं।
इंग्लैंड की पिचों पर तेज गेंदबाज बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे और टीम की जीत सुनिश्चित करेंगे। क्रिकेट दिग्गजों के बयानों कि माने तो यह वर्ल्ड कप हाई-स्कोरिंग होगा, ऐसे में पावरप्ले में और स्लॉग ओवरों में तेज गेंदबाजों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। आज हम वर्ल्ड कप से पहले प्रत्येक टीमों की तेज गेंदबाजी पर नजर डालते हुए उनके प्रदर्शन के आधार पर उनकी रैंक निर्धारित करेंगे।
#10. अफगानिस्तान:
एशिया की उभरती हुई टीम अफगानिस्तान मुख्यतः स्पिन गेंदबाजी के लिए मशहूर है। इस टीम के राशिद खान और मुजीब उर रहमान विश्व भर के टी20 लीग में अपनी धाक जमा चुके हैं लेकिन इस टीम में भी अच्छे तेज गेंदबाज मौजूद हैं। अफगानिस्तान टीम ने तेज गेंदबाज हामिद हसन को अपनी टीम में शामिल किया है। इसके अलावा कप्तान गुलबदीन नाइब, दौलत जादरान और आफताब आलम इंग्लैंड की पिचों पर अपना जलवा बिखेर सकते हैं। अफगानिस्तान टीम के पास तेज गेंदबाजों की अच्छी वैरायटी है लेकिन उन्हें इस टूर्नामेंट में शीर्ष स्थान पर पहुचने के लिए कुछ कमाल दिखाना होगा।
#9. श्रीलंका:
श्रीलंका की क्रिकेट टीम साल 2015 तक सर्वश्रेष्ठ टीम कही जाती थी लेकिन कुछ बड़े खिलाड़ियों के सन्यास के बाद यह टीम दोबारा वापसी करने के लिए जूझ रही है। इस टीम में तेज गेंदबाजी विभाग का नेतृत्व अनुभवी लसिथ मलिंगा करेंगे, जबकि उनका साथ देने के लिए सुरंगा लकमल, नुवान प्रदीप और इसुरु उडाना टीम में शामिल हैं। इन गेंदबाजों में अलावा ऑलराउंडर थिसारा परेरा और एंजेलो मैथ्यूज भी तेज गेंदबाजी के बेहतर विकल्प हैं।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।
#8. वेस्टइंडीज:
वर्ल्ड कप के लिए चयनित वेस्टइंडीज टीम में तेज गेंदबाजी के बहुत सारे विकल्प हैं लेकिन कप्तान जेसन होल्डर और केमार रोच को छोड़ दें तो अन्य कोई तेज गेंदबाज उतना अनुभवी नहीं है। हालांकि इंग्लैंड की तेज पिचों पर युवा तेज गेंदबाज ओशेन थॉमस भी अपना जलवा बिखेर सकते हैं। हाल ही में बीते इंडियन प्रीमियर लीग में भी उन्होंने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया था। इसके अलावा वेस्टइंडीज के टी20 टीम के कप्तान कार्लोस ब्रैथवेट, आंद्रे रसेल, शेल्डन कॉट्रेल, शैनन गैब्रियल भी अच्छी गेंदबाजी कर सकते हैं।
#7. बांग्लादेश:
बांग्लादेश एक ऐसी टीम है जो वर्ल्ड कप में खेल रही किसी भी टीम के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने में सक्षम है। उन्होंने जिस तरह से अपने आप को ऊपर उठाया है वह वाकई में देखने लायक है। बांग्लादेश टीम के कप्तान मशरफे मोर्तजा का अनुभव इस टूर्नामेंट में बेहद काम आ सकता है। इसके अलावा मुस्ताफिजुर रहमान, अबु जायेद, मोहम्मद सैफुद्दीन और रुबेल होसैन भी शानदार गेंदबाजी का नमूना पेश कर सकते हैं। इस टीम के 3 अनुभवी गेंदबाज किसी भी टीम के खिलाफ भारी पड़ सकते हैं।
#6. इंग्लैंड:
इंग्लैंड टीम में तेज गेंदबाजी के बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं लेकिन उनके पास तेज गेंदबाजी विभाग में नेतृत्व करने वाले अनुभवी गेंदबाज की कमी है। जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड के वनडे टीम से जाने के बाद से इंग्लैंड टीम में यह कमी देखने को मिली है। हाल ही में इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने टीम में बदलाव करते हुए डेविड विली की जगह जोफ्रा आर्चर को वर्ल्ड कप टीम में शामिल किया है। इंग्लैंड की ओर से तेज गेंदबाजी विभाग के मुख्य गेंदबाज लियाम प्लंकेट और क्रिस वोक्स होंगे। इनके अलावा डेविड विली, बेन स्टोक्स, टॉम करन अतिरिक्त गेंदबाजी विकल्प रहेंगे।
#5. भारत:
भारतीय टीम में इस समय विश्व के नंबर वन गेंदबाज जसप्रीत बुमराह शामिल हैं। फिर भी इस टीम में तेज गेंदबाजी विभाग में उतनी मजबूती नहीं दिख रही है। पिछले कुछ वर्षों से भुवनेश्वर कुमार नई गेंद से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था। उनसे वर्ल्ड कप में भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। इनके अलावा हार्दिक पांड्या और विजय शंकर के रूप में अतिरिक्त तेज गेंदबाजी विकल्प भी टीम में मौजूद हैं। हार्दिक पांड्या विकेट टेकिंग गेंदबाज हैं लेकिन वे पिछले कुछ मैचों में मंहगे साबित हुए हैं। इसी कारण भारतीय टीम में एक तेज गेंदबाज और होना चाहिए था।
#4. न्यूजीलैंड:
न्यूजीलैंड की टीम में अच्छे तेज गेंदबाज मौजूद हैं। ट्रेंट बोल्ट और टिम साउदी से पिछले वर्ल्ड कप की तरह ही अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। इनके अलावा लोकी फर्ग्यूसन और मैट हेनरी भी टीम को मजबूती प्रदान कर सकते हैं। अतरिक्त गेंदबाजों की बात करें तो जेम्स नीशम और कॉलिन डी ग्रैंडहोम भी शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं। न्यूजीलैंड टीम पिछले बार वर्ल्ड कप की उपविजेता रही थी।
#3. पाकिस्तान:
पाकिस्तान क्रिकेट टीम पहली एशियाई टीम है जो 4 या उससे अधिक मुख्य तेज गेंदबाजों के साथ इंग्लैंड गई है। इस टीम में अनुभवी वहाब रियाज और मोहम्मद आमिर को पहले घोषित वर्ल्ड कप टीम में शामिल नहीं किया गया था। उनका अनुभव टीम के लिए निश्चित ही काम आ सकता है। पाकिस्तान की टीम हमेशा से ही गेंदबाजी के लिए प्रसिद्ध रही है। इस टीम में शानदार गेंदबाज हसन अली, शाहीन अफरीदी और मोहम्मद हसनैन शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन कर सकते हैं।
#2. ऑस्ट्रेलिया:
ऑस्ट्रेलिया टीम के तेज गेंदबाजी विभाग में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है। हालांकि जोश हैजलवुड और झाय रिचर्डसन के चोटिल होने से ऑस्ट्रेलिया टीम थोड़ी कमजोर जरूर हुई है अन्यथा यह तेज गेंदबाजी के लिहाज से सबसे मजबूत टीम होती। इस विभाग के नेतृत्व की जिम्मेदारी मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस के कंधों पर होगा जबकि जैसन बेहरेन्डोर्फ, केन रिचर्डसन और नाथन कुल्टर नाइल उनकी सहायता करेंगे।
#1. दक्षिण अफ्रीका:
दक्षिण अफ्रीका टीम इस वर्ल्ड कप में तेज गेंदबाजी के लिहाज से सबसे मजबूत नजर आ रही है। तेज गेंदबाज एनरिक नॉर्टज़े के चोटिल होने के बाद तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर क्रिस मॉरिस को टीम में शामिल किया गया है। इस टीम में शानदार तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा और लुंगी एनगिडी भी शामिल हैं जिन्होंने दुनिया भर में अपनी अलग पहचान बनाई है। अनुभवी तेज गेंदबाज डेल स्टेन का इस टीम में बड़ा रोल होगा। इनके अलावा ऑलराउंडर ड्वेन प्रिटोरियस, एंडिल फेहलुकवायो भी शानदार गेंदबाजी कर सकते हैं।