भारत ने अपने अंतिम दो ग्रुप स्टेज मुकाबलों में टीम में बदलाव के साथ ही अपनी रणनीति में भी बदलाव किया था। वर्ल्ड कप के पहले 7 मुकाबलों में भारतीय टीम 6 गेंदबाजी विकल्पों के साथ उतरी थी, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ हार के बार भारत ने अंतिम दो मैचों में 5 गेंदबाजी विकल्प के साथ उतरने का निर्णय लिया।
पहले 6 मुकाबलों में टीम में शामिल विजय शंकर और केदाप जाधव ने मिलकर 11.2 ओवर की गेंदबाजी की थी। भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने शनिवार को भारत की स्ट्रेटजी में बदलाव को समझाने की कोशिश की।
बांगर ने कहा, "इसका मैं केवल एक ही जवाब दे सकता हूं और वह ये है कि छठा गेंदबाज कुछ ज़्यादा ओवर नहीं फेंक रहा था। यही कारण है कि हम इस क्रम के साथ खेलने का निर्णय ले रहे हैं।"
यह भी पढ़ें: वर्ल्ड कप 2019: संजय मांजरेकर ने सेमीफाइनल के लिए चुनी अपनी भारतीय प्लेइंग इलेवन, रविंद्र जडेजा को दी जगह
इंडिया के ऑलराउंडर विकल्प हार्दिक पांड्या को लगातार इस्तेमाल किया गया है, लेकिन ज़्यादातर मौकों पर उनका कोटा पूरा नहीं कराया जाता है। पांड्या ने टीम के अंदर कॉन्फिडेंस हासिल कर लिया है। पांड्या की गेंदबाजी की वजह से ही केदार जाधव की जगह दिनेश कार्तिक को टीम में आने का मौका मिला।
बांगर ने आगे कहा, "हमने सोचा कि छठा गेंदबाज कितने ओवर फेंक रहा है और फिलहाल हम हार्दिक पांड्या को ऊपर बल्लेबाजी करने के लिए भेज रहे हैं तो फिर सातवें नंबर पर कौन उपयुक्त होगा। टीम मैनेजमेंट के रूप में हम इसी तरह के सवालों पर बात कर रहे थे और इसी कारण से हमने अलग संयोजन के साथ जाने का निर्णय लिया। मेरा मानना है कि यह संयोजन टीम को ज़्यादा बैलेंस और ताकत देती है।"
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज़ स्पोर्ट्सकीड़ा पर पाएं।