श्रीलंका और बांग्लादेश (SL vs BAN) के बीच दिल्ली में खेले गए मुकाबले के दौरान जो विवाद हुआ, उसको लेकर पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस पूरे मामले में एंजेलो मैथ्यूज (Angelo Mathews) को सही ठहराया है। आकाश चोपड़ा के मुताबिक एंजेलो मैथ्यूज क्रीज पर आकर किसी भी तरह का कोई एडवांटेज लेने की कोशिश नहीं कर रहे थे।
आईसीसी के वर्ल्ड कप मैचों के लिए नियम के अनुसार अगर कोई बल्लेबाज विकेट गिरने के 120 सेकेंड के अंदर अगली गेंद खेलने के लिए तैयार नहीं होता है, तो उन्हें टाइम आउट अपील के जरिए आउट करार दिया जा सकता है। ऐसा ही कुछ क्रिकेट इतिहास में पहली बार श्रीलंका के ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज के साथ हुआ। एंजेलो मैथ्यूज मैदान में तो आ गए लेकिन मैदान में आने के बाद बिना एक भी गेंद का सामना किए बगैर उन्होंने ड्रेसिंग रूम से दूसरा हेलमेट मंगवाया और इसी चक्कर में दो मिनट से ज्यादा हो गए। शाकिब अल हसन ने इसका फायदा उठाकर टाइम आउट की अपील कर दी और मैथ्यूज को तुरंत वापस पवेलियन लौटना पड़ा। इस घटना के बाद शाकिब अल हसन की काफी आलोचना हुई।
एंजेलो मैथ्यूज एडवांटेज नहीं ले रहे थे - आकाश चोपड़ा
अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान आकाश चोपड़ा ने एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट करार दिए जाने को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा,
क्या नैतिक रूप से ये सही था ? मुझे जहां तक याद है, अफगानिस्तान का मैच बांग्लादेश के साथ था और मुजीब उर रहमान अपना गार्ड भूल गए थे। तब बांग्लादेश ने टाइम आउट की अपील नहीं की थी लेकिन एंजेलो मैथ्यूज के समय उन्होंने अपील कर दिया। मेरा ये हमेशा से मानना रहा है कि अगर कोई चीज नियमों के हिसाब से है तो उसे खेल भावना के खिलाफ नहीं कहना चाहिए लेकिन यहां पर कोई भी बेईमानी या एडवांटेज लेने की कोशिश नहीं हुई है।