#5. सर विवियन रिचर्ड्स (वेस्टइंडीज)- 1979:
क्लाइव लॉयड के नेतृत्व में वेस्टइंडीज टीम 1975 का वर्ल्ड कप जीत चुकी थी, जबकि 1979 में दूसरी बार फाइनल में पहुंची थी। इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज की टीम 55 रनों पर 3 विकेट खो चुकी थी। जल्दी ही कप्तान क्लाइव लॉयड भी आउट हो गए। इस मुकाबले में सर विवियन रिचर्ड्स ने 138* रनों की नाबाद पारी खेली। इनके अलावा कॉलिस किंग ने भी 66 गेंदों पर 88 रनों की शानदार पारी खेली। फलस्वरूप वेस्टइंडीज ने यह मुकाबला 92 रनों से जीत लिया और लगातार दूसरी बार वर्ल्ड कप के खिताब पर कब्जा किया।
#4. क्लाइव लॉयड (वेस्टइंडीज)- 1975:
वर्ल्ड कप के पहले संस्करण में वेस्टइंडीज टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 50 रन पर 3 विकेट खो चुकी थी। कप्तान क्लाइव लॉयड ने लगभग 120 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 85 गेंदों पर 102 रनों की पारी खेली। उस समय ऐसा स्ट्राइक रेट न के बराबर देखने को मिलता था। इसी मैच में ऑस्ट्रेलिया के गैरी गिल्मर ने दूसरी बार लगातार 5 विकेट चटकाए थे। यह मुकाबला वेस्टइंडीज ने जीत लिया था।
#3. वसीम अकरम (पाकिस्तान)- 1992:
पाकिस्तान की ओर से खेलते हुए वसीम अकरम ने वर्ल्ड कप 1992 के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए 18 गेंदों पर 33 रनों की शानदार पारी खेली। इसके अलावा गेंदबाजी करते हुए भी उन्होंने 10 ओवरों में 49 रन देकर 3 विकेट चटकाए। उन्होंने इस मैच में इयॉन बॉथम को शून्य पर आउट किया था।