विश्व कप जिसे क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट कहा जाता है, इन दिनों इंग्लैंड में खेला जा रहा है। विश्व कप लगभग अपने आखिरी पड़ाव पर पहुँच चुका है। प्रत्येक खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अपने देश के लिए खेलते हुए, इस बड़े टूर्नामेंट का हिस्सा बने। हर खिलाड़ी विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करता है।
कुछ खिलाड़ी विश्व कप के पहले ही घोषणा कर देते हैं कि यह उनका आखिरी विश्व कप होगा। उनको पता होता है कि कौन सा उनका आखिरी मैच होगा। वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे होते है जिन्हें दोबारा विश्व कप में खेलने का मौका नहीं मिलता।
प्रत्येक खिलाड़ी अपने आखिरी मैच को यादगार बनाना चाहता है। अगर वह मैच विश्व कप में हो तो और भी खास हो जाता है।
आज हम ऐसे खिलाड़ियों की बात करने जा रहे हैं जिन्होंने विश्व कप के अपने आखिरी मैच में शानदार शतक लगाकर टूर्नामेंट को अलविदा कहा।
#3 रिकी पोंटिंग: भारत vs ऑस्ट्रेलिया (2011 क्वार्टर फाइनल)
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग को बड़े मैचों का बड़ा खिलाड़ी कहा जाता था। चाहे वह 2003 विश्व कप के फाइनल में खेली गयी शतकीय पारी हो या फिर 2011 क्वार्टर फाइनल में भारत के खिलाफ लगाया गया उनका शानदार शतक।
भारतीय दर्शकों के दिमाग में रिकी पोंटिंग के द्वारा वर्ष 2003 विश्व कप के फाइनल में खेली गई भारत के खिलाफ 140 रनों की पारी आज भी एक कड़वी याद की तरह बसी हुई है। उस पारी ने भारतीय टीम का विश्व कप जीतने का सपना तोड़ दिया था और भारत को फाइनल में बहुत बड़ी हार का सामना करना पड़ा था।
2011 विश्व कप में भी रिकी पोंटिंग ने भारत के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में 118 गेंदों पर 104 रन की शानदार पारी खेली थी तथा अपनी टीम को 260 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया था, हालांकि भारत वह मैच सचिन तेंदुलकर, गौतम गंभीर और युवराज सिंह के अर्धशतकों की मदद से 5 विकेट से जीत गया था और ऑस्ट्रेलिया को 2011 विश्वकप से बाहर कर दिया था।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।
#2 एडम गिलक्रिस्ट: ऑस्ट्रेलिया vs श्रीलंका (विश्व कप फाइनल,2007 )
2007 विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया का सामना श्रीलंका से हुआ था और बारिश से बाधित इस मैच को 50-50 ओवरों की जगह 38-38 ओवर का कर दिया गया था। ऑस्ट्रेलिया अपना तीसरा विश्व कप जीतने के बहुत ही करीब था और उस फाइनल में एडम गिलक्रिस्ट के द्वारा खेली गई पारी को कौन भूल सकता है।
एडम गिलक्रिस्ट ने मात्र 104 गेंदों पर 13 चौकों और 8 छक्कों की मदद से 149 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी और ऑस्ट्रेलिया ने मात्र 38 ओवर में 281 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया था। उसके जवाब में श्रीलंका 36 ओवरों में 8 विकेट खोकर सिर्फ 215 रन ही बना सकी और ऑस्ट्रेलिया ने यह फाइनल डकवर्थ लुईस नियम के अनुसार 53 रनों से जीत लिया था।
गिलक्रिस्ट को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था। इस मैच में गिलक्रिस्ट ने अपने दस्तानों में स्क्वाश बॉल लगा रखी थी और यह भी उस फाइनल की एक अनोखी बात है।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।
#1 इमरान नजीर: पाकिस्तान vs ज़िम्बाब्वे (ग्रुप स्टेज, 2007)
पाकिस्तान टीम के लिए 2007 विश्वकप एक बुरे सपने की तरह था। पाकिस्तान की टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी तथा उनके कोच बॉब वूल्मर होटल में संदिग्ध अवस्था में मृत पाए गए थे।
बात करें पाकिस्तान के 2007 विश्व कप में सफर की तो पाकिस्तान अपना पहला मैच मेजबान वेस्टइंडीज के हाथों 54 रन से हार गया था। वहीं दूसरे मुकाबले में आयरलैंड ने भी पाकिस्तान को 3 विकेट से हराकर बड़ा उलटफेर कर दिया था। हालांकि पाकिस्तान का आखिरी मैच ज़िम्बाब्वे के खिलाफ था जिसमें इमरान नजीर ने ताबड़तोड़ शतक लगाया था।
नजीर ने मात्र 121 गेंदों पर 160 रनों की शानदार पारी खेली थी जिसमें उन्होंने 14 चौके और 8 छक्के लगाए थे जिसकी बदौलत पाकिस्तान ने 349 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था। उस मैच में भी बारिश ने खलल डाला और मैच जब दोबारा शुरू हुआ तो ज़िम्बाब्वे को 20 ओवर में 193 रनों का लक्ष्य मिला। पाकिस्तान की कसी हुई गेंदबाजी के आगे ज़िम्बाब्वे की टीम मात्र 99 रन पर ऑल आउट हो गई और पाकिस्तान ने मैच 93 रन से जीत लिया था। इमरान नजीर को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच भी मिला था।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।