भारतीय टेस्ट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने एम एस धोनी को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया है कि कैसे धोनी की वजह से उनकी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग में सुधार हुआ। साहा ने कहा है कि उनके ऊपर धोनी का काफी प्रभाव रहा है।स्पोर्ट्स तक पर खास बातचीत में ऋद्धिमान साहा ने कई अहम पहलुओं पर बात की। उन्होंने एम एस धोनी के बारे में खुलकर अपनी राय रखी। साहा ने बताया कि किस तरह धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में ऊंचे मापदंड निर्धारित किए और विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी को एक अलग स्तर तक ले गए।ऋद्धिमान साहाये भी पढ़ें: भारतीय क्रिकेट टीम सीमित ओवरों की सीरीज के लिए श्रीलंका का दौरा करने को तैयार है- बीसीसीआईऋद्धिमान साहा ने कहा 'माही भाई ने काफी ऊंचा स्टैंडर्ड स्थापित किया है। ना केवल भारतीय टीम में बल्कि पूरी दुनिया के विकेटकीपरों के लिए उन्होंने एक उदाहरण पेश किया है। सभी लोग उन्हें रोल मॉडल के तौर पर मामनते हैं। मैं भी माही भाई की तरफ सेकेंड्स में स्टंपिंग करना चाहता हूं।''एम एस धोनी के लिए मैं खुद प्लेइंग इलेवन से बाहर बैठ सकता हूं'ऋद्धिमान साहा ने कहा कि एम एस धोनी की तरह रणनीति बनाने और उनकी तरह सोचने के लिए मैंने हर वो चीज की जो मेरे सामने आती गई। यहां तक की साहा ने ये भी कहा कि किसी भी प्लेइंग इलेवन में अगर धोनी को जगह मिले तो वो खुद बाहर बैठ सकते हैं।ये भी पढ़ें: विराट कोहली ने शुरु की ट्रेनिंग, सामने आया वीडियोWriddhiman Saha takes an exceptional catch! 🤯The India wicket-keeper has now crossed 100 dismissals in Test cricket.Bangladesh are in deep trouble as they lose their sixth wicket. Follow #INDvBAN live 👇https://t.co/WIrstRq3Vm pic.twitter.com/e0Aiu1vcfc— ICC (@ICC) November 22, 2019साहा ने कहा 'हमारी उम्र में 4-5 साल का अंतर है। जब हम दोनों टीम में थे तो मुझे पता था कि मुझे प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका नहीं मिलेगा। मैंने उसे एक मौके की तरह लिया और माही भाई से काफी कुछ सीखा। अगर मुझसे पूछा जाए तो मैं खुद बाहर बैठ जाउंगा और एम एस धोनी का नाम प्लेइंग इलेवन में दूंगा।'ऋद्धिमान साहा ने इसके अलावा ऋषभ पंत को लेकर भी बड़ा बयान दिया। साहा ने कि मैंने और ऋषभ ने आपस में विकेटीपिंग के बारे में काफी बातें की है।ये भी पढ़ें: वनडे में भारत की तरफ से हैट्रिक लेने वाले 4 गेंदबाजसाहा ने कहा 'जब ऋषभ पंत भारतीय टीम के लिए अच्छा कर रहा था तो मुझे पता था कि वो लगातार खेलेगा। इसलिए मैंने अपने मौके का इंतजार किया। जब उसने इंग्लैंड में शतक बनाया तो मैंने उसे मैसेज किया। हमने एनसीए में बिताए गए अपने दिनों के बारे में बात किया और इंग्लैंड की परिस्थितियों और विकेटकीपर्स के लिए स्विंग फैक्टर के बारे में बात की।'