Yashasvi Jaiswal MCG test out controversial decision: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में चल रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के अंतिम दिन विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को थर्ड अंपायर ने जिस तरीके से आउट दिया उसको लेकर ही विवाद होने लगा है। लोगों ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर बेईमानी के भी आरोप लगाए हैं। सोशल मीडिया पर लोग जमकर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं और लोगों का यह दावा है की तीसरे अंपायर ने गलत निर्णय दिया। दरअसल यह पूरा मामला स्निको के कारण हो रहा है क्योंकि इस पर कुछ हरकत देखने को नहीं मिली थी।
सुनील गावस्कर ने कहा, "ये अंपायर का पूरी तरह से गलत निर्णय है। ये साफ तौर पर नॉट आउट है। अंपायर ने पूरा गलत निर्णय लिया है।"
"ऑस्ट्रेलिया वही कर रही है जिसके लिए मशहूर है। बेईमानी। ICC के नियमों के मुताबिक यदि स्निको पर कोई हरकत नहीं है तो इसे नॉट आउट दिया जाना चाहिए। यशस्वी जायसवाल को गलत तरीके से आउट दिया गया।"
BCCI उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने लिखा, "यशस्वी जायसवाल साफ तौर पर नॉट आउट थे। तीसरे अंपायर को ये देखना था कि टेक्नोलॉजी क्या बता रही है। मैदानी अंपायर के फैसले को बदलने के लिए आपके पास मजबूत कारण होना चाहिए।"
"जायसवाल का आउट होना काफी अनुचित था। स्निको मीटर पर कोई स्पाइक नहीं था, फिर भी अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया। एक अहम मैच में ये कैसे हो सकता है।"
"क्या ही खराब और घटिया अंपायरिंग है। जब आप टेक्नोलोजी के साथ निर्णय लेना ही नहीं चाहते हैं तो फिर इसका इस्तेमाल ही क्यों हो रहा है।"
"बेईमान बेईमान बेईमान क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया विश्व का सबसे बड़ा बेईमान है। ये साफ तौर पर बेईमानी है। स्निकोमीटर पर एक भी लाइन नहीं थी। ऑस्ट्रेलियन टीम के पास यशस्वी जायसवाल को आउट करने की ताकत नहीं थी। ICC टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल क्यों करती है?"
"सबूत कहां है?"
"एक बार बेईमान, हमेशा बेईमान। पहले सैंडपेपर वाला मामला और फिर आज स्निको पर कोई हरकत नहीं थी फिर भी यशस्वी जायसवाल को आउट दिया गया।"