Yuvraj Singh six sixes in an over against Stuart Broad: भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक से बढ़कर एक खिलाड़ी अभी तक देखने को मिले लेकिन युवराज सिंह जैसा कोई भी सितारा अभी तक नहीं हुआ। युवराज एक ऐसे खिलाड़ी थे, जो अपने दम पर बल्ले और गेंद दोनों से मैच पलट सकते थे। उन्होंने भारत को 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप चैंपियन बनाने में अहम भूमिका अदा की थी। युवराज के करियर में कई उल्लेखनीय चीजें शामिल हैं लेकिन जब बात टी20 इंटरनेशनल की होती है तो फिर फैंस को उनके द्वारा लगाए गए एक ओवर में लगातार छह छक्कों की याद आ जाती है। इस ऐतिहासिक पल को आज 17 साल पूरे हो गए हैं। युवी ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्रॉड को निशाना बनाकर इतिहास रचा था।
दरअसल, टी20 वर्ल्ड कप के उद्धघाटन संस्करण के 21वें मैच में 19 सितंबर को भारत का सामना इंग्लैंड से हुआ। कप्तान एमएस धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया था। भारत ने 17वें ओवर में 155 के स्कोर पर अपना तीसरा विकेट गंवाया और फिर मैदान पर युवराज सिंह की नंबर पांच पर एंट्री हुई। युवी से शुरुआत में ही इंग्लिश ऑलराउंडर एंड्र्यू फ्लिंटॉफ ने बहसबाजी कर ली और इसके बाद बाएं हाथ के बल्लेबाज का अलग ही रूप देखने को मिला और फिर ऐतिहासिक कारनामा कर दिया।
स्टुअर्ट ब्रॉड को मिली सजा
फ्लिंटॉफ के साथ बहसबाजी के बाद, युवराज सिंह ने युवा गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड को निशाना बनाया, जो पारी का 19वां ओवर डालने आए थे। युवराज ने ब्रॉड की धज्जियां उड़ाते हुए एक के बाद एक लगातार छह छक्के जड़ दिए और टी20 इंटरनेशनल में ऐसा कारनामा करने वाले पहले बल्लेबाज बन गए थे। उन्होंने मुकाबले में सिर्फ 12 गेंद पर अपना अर्धशतक भी पूरा किया था, जो तब सबसे तेज फिफ्टी का रिकॉर्ड भी था। युवी के बल्ले से 16 गेंद पर 58 रन की पारी आई, जिसमें तीन चौके और सात छक्के शामिल रहे।
भारत ने दर्ज की थी जीत
मुकाबले की बात की जाए तो टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 218/4 का स्कोर बनाया था। युवराज से पहले गौतम गंभीर ने 41 गेंद पर 58 रन की पारी खेली थी। वहीं, वीरेंद्र सहवाग ने 52 गेंद पर 68 रन बनाए थे। लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम पूरे ओवर खेलकर 200/6 का ही स्कोर बना पाई और उसे 18 रन से हार झेलनी पड़ी थी।