युवराज सिंह ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप को लेकर एक अहम खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि 2007 टी20 वर्ल्ड कप के दौरान उनके बल्ले को लेकर काफी सवाल उठे थे। उन्होंने बताया कि एडम गिलक्रिस्ट समेत ऑस्ट्रेलिया के कोच ने मेरे बल्ले पर संदेह जताया था। इसके अलावा रेफरी ने भी मेरे बल्ले की जांच की थी।
युवराज सिंह ने स्पोर्ट्स तक से खास बातचीत में कहा कि ऑस्ट्रेलिया के कोच मेरे पास आए और पूछा कि क्या मेरे बल्ले के पीछे फाइबर तो नहीं लगा है और क्या ये लीगल है ? क्या मैच रेफरी ने इसे चेक किया है ? मैंने उनसे कहा कि आप खुद चेक कर लीजिए। यहां तक कि एडम गिलक्रिस्ट ने भी मुझसे आकर पूछा था कि हमारे बैट कौन बनाता है। युवराज ने बताया कि मैच रेफरी ने भी मेरा बल्ला चेक किया था। लेकिन सच कहूं तो मेरे लिए वो बैट काफी स्पेशल था। मैं उस तरह के बल्ले के साथ अपने करियर में कभी नहीं खेला। वो बल्ला और 2011 वर्ल्ड कप का बल्ला मेरे लिए काफी खास था। उन्होंने बताया कि वो दोनों बल्ले आज भी मेरे पास हैं।
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इसके अलावा युवराज सिंह ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सेमीफाइनल मैच को लेकर कई अहम खुलासे किए। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम उस वक्त विरोधी टीम की स्लेजिंग काफी करती थी। इसलिए हमने भी सोचा था कि अगर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने कुछ कहा तो हम भी उसका जवाब तुरंत देंगे। युवराज सिंह ने कहा उस वक्त हमारी टीम में कोई सीनियर प्लेयर नहीं था, इसलिए हमें कोई डर नहीं था। युवराज ने कहा कि मैंने उस दिन सोचा था कि अगर मुझे गेंद मिल गई तो मैं उसे मारुंगा। इसके बाद दूसरी ही गेंद पर छक्का लग गया और फिर मैं मारता चला गया।