युवराज सिंह ने एक बार फिर एमएस धोनी की कप्तानी को लेकर प्रतिक्रिया दी है। युवी ने कहा कि धोनी ने अपने पसंदीदा खिलाड़ी को काफी ज्यादा मौके दिए। उन्होंने कहा कि सुरेश रैना उनके फेवरेट थे और इस वजह से उन्हें टीम में लगातार रखा जाता था। इसके अलावा युवराज ने टी20 वर्ल्ड कप 2007 में इंग्लिश खिलाड़ी एंड्रू फ्लिंटॉफ के साथ हुए झगड़े के बारे में भी बताया।
स्पोर्ट्स तक से बातचीत में धोनी के बारे में युवराज ने कहा कि हर कप्तान का कोई पसंदीदा खिलाड़ी होता है और धोनी के लिए रैना थे। सुरेश रैना के पीछे बड़ा सपोर्ट था। उन्होंने यह भी कहा कि 2011 वर्ल्ड कप में युसूफ पठान की जगह सुरेश रैना को लिया गया था। युसूफ पठान अच्छा खेल रहे थे और रैना उतना बढ़िया नहीं खेल रहे थे लेकिन वे धोनी के फेवरेट थे। आगे युवी ने कहा कि मैं विकेट ले रहा था और लेफ्ट आर्म स्पिनर की जरूरत थी इसलिए मुझे खिलाना पड़ रहा था।
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इस घटना के अलावा 2007 टी20 विश्वकप में जड़े छह छक्कों पर बात करते हुए युवराज ने कहा कि शुरुआत एंड्रू फ्लिंटॉफ ने की थी। मैंने उनकी दो अच्छी गेंदों पर चौके जड़े थे, इसके बाद उन्होंने कहा कि शॉट अच्छा नहीं था। हम दोनों के बेच बहस के बाद उन्होंने मुझे कहा कि बाहर आ गला काट दूंगा। इस पर मैंने जवाब दिया कि बाहर बाद की बात है, पहले यह बल्ला देख कहाँ जाएगा। अम्पायर ने आकर इस झगड़े को समाप्त किया।
एंड्रू फ्लिंटॉफ से बहस के बाद युवराज ने स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर पर तूफानी खेल दिखाया और लगातार छह छक्के जड़ दिए। उस मैच में युवराज ने महज 12 गेंद पर अर्धशतक बना दिया था।