CWG 2022 : साइकलिंग में भारत को पहला पदक दिलाने को तैयार रोनाल्डो और बेकहम

रोनाल्डो सिंह (बाएं) और डेविड बैकहम (दाएं) भारत के साइकलिंग दल में शामिल हैं।
रोनाल्डो सिंह (बाएं) और डेविड बैकहम (दाएं) भारत के साइकलिंग दल में शामिल हैं।

रोनाल्डो और डेविड बैकहम, ये दो नाम सिर्फ फुटबॉल फैंस नहीं बल्कि दुनिया के हर खेल प्रेमी को पता हैं। फुटबॉल की दुनिया में ब्राजील और पुर्तगाल के दो बेहतरीन खिलाड़ियों का नाम रोनाल्डो है तो डेविड बैकहम एक समय इंग्लिश फुटबॉल की पहचान थे। लेकिन इस बार रोनाल्डो और बैकहम भारत को कॉमनवेल्थ खेलों में मेडल दिलाने की कोशिश करने वाले हैं।

साइकलिंग की ट्रैक प्रतियोगिता की स्पर्धओं को वेलोड्रोम में खेला जाता है।
साइकलिंग की ट्रैक प्रतियोगिता की स्पर्धओं को वेलोड्रोम में खेला जाता है।

जी हां। बर्मिंघम कॉमनवेल्थ खेल 2022 के लिए गए भारतीय दल में साइकलिंग की टीम के दो खिलाड़ियों का नाम रोनाल्डो और बैकहम है। रोनाल्डो का पूरा नाम रोनाल्डो लाइतोन्जम सिंह है और जबकि बैकहम का पूरा नाम डेविड बैकहम एलकातोचुंगहो है। इन दोनों के अलावा कुल 13 साइकलिस्टों का दल भारत की ओर से भाग लेने के लिए गया है और इस बार देश को साइकलिंग में पहला पदक दिलाने का प्रयास करेगा।

रोनाल्डो सिंह ट्रैक केइरिन स्पर्धा में जूनियर एशियन चैंपियन रह चुके हैं।
रोनाल्डो सिंह ट्रैक केइरिन स्पर्धा में जूनियर एशियन चैंपियन रह चुके हैं।

साइकलिंग के खेल में रोड, माउंटेन बाइक, ट्रैक एंड पैरा ट्रैक के ईवेंट में इस बार कुल 26 स्पर्धाएं होनी हैं। भारत की ओर से ट्रैक की स्प्रिंट, केइरिन, टाइम ट्रायल, परसूट, प्वाइंट रेस और स्क्रैच स्पर्धा में भारतीय साइकलिस्ट भाग लेने को तैयार हैं। साइकलिंग के लिए ट्रैंक इवेंट में बनाए गए विशेष ट्रैक को वेलोड्रोम कहा जाता है।

टाइम ट्रायल - इस स्पर्धा में साइकलिस्ट को एक निश्चित समय में रेस पूरी करनी होती है।

केइरिन - इस स्पर्धा में स्पीड कंट्रोल के साथ साइकलिस्ट ट्रैक के अंदर रेस करते हैं।

स्प्रिंट - यह स्पर्धा दो या चार साइकल्सिट के बीच होती है। इसमें साइकलिस्ट ट्रैक के एक ही तरफ से शुरुआत करते हैं।

परसूट - इस स्पर्धा में साइकलिस्ट ट्रैक के अलग-अलग छोर से रेस शुरु करते हैं और प्रयास रहता कि एक साइकलिस्ट इतनी स्पीड से साइकिल चलाए कि दूसरे साइकलिस्ट तक पहुंचकर उसे भी पार कर ले।

मणिपुर के रहने वाले रोनाल्डो सिंह ने हाल ही में जून के महीने में एशियाई साइकलिंग चैंपियनशिप में पदक जीतकर इतिहास रचा और ऐसा करने वाले पहले भारतीय बने। रोनाल्डो ने स्प्रिंट इवेंट का सिल्वर मेडल जीता और इस बार कॉमनवेल्थ खेलों में भी स्प्रिंट के एकल, टीम, केइरिन और टाइम ट्रायल के टीम ईवेंट में भाग लेने वाले हैं। वहीं डेविड बैकहम स्प्रिंट और टाइम ट्रायल का हिस्सा होंगे। इनके अलावा एसो एल्बन पर भी सभी की निगाहें होंगी। महिलाओं में मयूरी और त्रियाशा पॉल चार स्पर्धाओं में भाग लेंगी।

साइकलिस्ट मयूरी लुते भारतीय महिला टीम की अगुवाई करेंगी।
साइकलिस्ट मयूरी लुते भारतीय महिला टीम की अगुवाई करेंगी।

साइकलिंग का खेल 1934 से इस स्पोर्टिंग इवेंट का हिस्सा है। ऑस्ट्रेलिया की बादशाहत हमेशा से इस खेल में रही है और उसने आज तक 110 गोल्ड समेत 232 पदक साइकलिंग में जीते हैं। भारत ने 2014 में अपना दल भेजा और 2018 में भी टीम ने भाग लिया, लेकिन आज तक इस इवेंट में देश को एक भी पदक नहीं मिला है।

साइकलिंग में भारतीय खिलाड़ियों के मुकाबले 29 जुलाई से 1 अगस्त तक होंगे।

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