एफ वन: लुइस हेमिल्टन ने जापान ग्रां पी जीतकर चैंपियनशिप जीतने की दावेदारी की पुख्ता

Piyush
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मर्सेडीज के ब्रिटिश ड्राइवर लुइस हेमिल्टन ने रविवार को जापान ग्रां प्री का खिताब अपने नाम कर लिया है। जापान ग्रां पी की इस जीत के साथ ही हेमिल्टन अब पांचवें एफ-वन खिताब के करीब पहुंच चुके हैं। इस रेस में हेमिल्टन के साथी ड्राइवर वाल्टेरी बोटास ने दूसरा स्थान हासिल किया है, वहीं रेड बुल के ड्राइवर मैक्स वेरस्टापन ने तीसरा स्थान हासिल किया है। हेमिल्टन के प्रतिद्वंद्वी फरारी के ड्राइवर सेबेस्चियन वेटल ने इस रेस में छठा स्थान हासिल किया है। हेमिल्टन जापान ग्रां पी में पहले स्थान पर आने के बाद वो अब वेटल से 67 प्वॉइंट आगे निकल चुके हैं। हालांकि, वेटल को अभी भी विश्वास है कि वह हेमिल्टन को पछाड़कर एफ-1 का खिताब जीत सकते हैं।

फरारी के ड्राइवर वेटल को हेमिल्टन को मात देने के लिए आने वाली यूनाइटेड स्टेट्स, मेक्सिकन जीपी, अबु धाबी और ब्राज़ीलियन सर्किट पर होने वाली सभी रेस में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करना होगा। मर्सेडीज के ड्राइवर की मौजदूगी में फरारी के ड्राइवर आगे होने वाली ग्रां पी में इसलिए भी दबाव महसूस करेंगे क्योंकि प्वॉइंट के मामले में हेमिल्टन और वाल्टेरी बोटास अभी भी बाकी टीमों से आगे चल रहे हैं। इस साल की आखिरी चार जीपी रेस में अगर कोई बड़ा उलटफेर न हुआ तो इस साल की चैम्पियनशिप का खिताब मर्सेडीज के ड्राइवर के खातों में ही जाएगा।

रेस जीतने के बाद हेमिल्टन ने कहा कि मैं रेस जीतकर बहुत ही गर्व महसूस कर रहा हूं, इसके साथ ही उन्होंने अपनी टीम मर्सेडीज को धन्यवाद कहते हुए कहा कि यह दुनिया का सबसे बढ़िया ट्रैक है। हेमिल्टन के लिए आगामी रेस पोडियम पर फिनिश कर 2018 चैंपियनशिप अपने नाम करने का यह सुनहरा अवसर है। अगर हेमिल्टन इस साल चैम्पियनशिप जीतने में कामयाब रहे तो वो अर्जेंटीना के जुआन मैनुएल फंगीओ के पांच चैंपियनशिप जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। जिसके बाद हेमिल्टन एफ वन ट्रैक के बादशाह यानी माइकल शुमाकर के सात चैम्पियंसशिप जीतने के रिकॉर्ड को तोड़ने की तरफ कदम बढ़ायेंगे।

आइए जानते हैं किसने कितनी बार ये चैंपियनशिप जीती है:

• माइकल शुमाकर (जर्मनी) 7 चैंपियनशिप

• जुआन मैनुएल फंगीओ (अर्जेंटीना) 5 चैंपियनशिप

• एलेन फ्रॉस्ट (फ्रांस) 4 चैंपियनशिप

• सबेस्चियन वेटल (जर्मनी) 4 चैंपियनशिप

• लुइस हेमिल्टन (ब्रिटेन) 4 चैंपियनशिप

Edited by सावन गुप्ता