फरवरी 1996 में इवानो बोनेटी की टीम ग्रिम्स्बी को लुटन टाउन से 3-2 से हार मिली। हालांकि कुछ हफ्ते पहले ही बोनेटी की टीम को इसी टीम के विरुद्ध 7-1 से जीत मिली थी। इसलिए टीम के मैनेजर ब्रायन लॉज इस नतीजे से निराश और क्रोधित थे और दुर्भाग्य से बोनेटी उनके इस क्रोध का शिकार यानी बलि का बकरा बन गए। गौरतलब है कि इवानो बोनेटी इस टीम में एक विदेशी खिलाड़ी के रूप में खेल रहे थे और उन पर गाज गिराना सबसे आसान था। लॉज का मानना था कि बोनेटी ने मैच में अपना 100 प्रतिशत नहीं दिया। बहरहाल टीम के ड्रेसिंग रूम में मैनेजर और बोनेटी के बीच में तीखी झड़प हुई और आग-बबूला होकर मैनेजर ने पास रखी चिकन विंग प्लेट को बोनेटी के मुंह पर दे मारा। यह प्लेट सीधे बोनेटी के चेहरे पर लगी और बोनेटी के गाल का हड्डी टूट गया। बोनेटी ने इस घटना के बाद ग्रिम्स्बी टीम को छोड़ दिया और नई टीम ट्रानमेर रोवर्स से जुड़ गए। लेखक: अश्विन हनागुदु अनुवादक: सागर