3. पेले
कई लोग इनको आजतक का फ़ुटबॉल का नंबर 1 खिलाड़ी मानते हैं। इनके बारे में जो भी कहा जाये, वो कम है। लोग इनको इज्ज़त से 'फ़ुटबॉल का बादशाह' भी कहते है। इन्होने 17 साल की उम्र में ब्राज़ील के लिए पहला 'वर्ल्ड कप' जीता। उनकी ताक़त उनकी गति, ड्रिब्लिंग, और सिर से गोल करने की क्षमता थी।
उन्होने ब्राज़ील के लिए 93 मैच खेले और 77 गोल दागे। इसके अलावा उन्होने 694 क्लब स्तर पर 650 गोल किए। सन 1999 में उनको 'सदी का महानतम फ़ुटबॉलर' का पुरस्कार दिया गया।
2. डिएगो मैराडोना
कई लोग इनको भी फ़ुटबॉल का महानतम खिलाड़ी मानते हैं। उनकी तेज़ी, ड्रिब्लिंग, पासिंग, और बॉल-नियंत्रण की कला अभूतपूर्व थी। इनके प्रशंसक इनको 'द गोल्डेन बॉय' कह कर बुलाते थे। क्लब स्तर पर इन्होने 588 मैच खेले और 312 गोल किए। अपने देश अर्जेंटीना के लिए इन्होने 34 गोल किए।
अपने दो सनसनीखेज गोलों से इन्होने 1986 में अर्जेंटीना को वर्ल्ड कप जिताया। ये दोनों ही गोल फ़ुटबॉल के सारे प्रशंसको के मानस-पटल पर पूर्ण रूप से अंकित हैं।
1. लियोनेल मेस्सी
इनके बारे में जितना कहा जाये वो कम है। ये अद्भुत कला के प्रतीक हैं, जो दिन प्रतिदिन अपने खेल को एक नयी ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं। इन्होने 'Ballon d'Or' का खिताब 5 बार जीता है। इन्होने अपने पूरे व्यावसायिक जीवन में फ़ुटबॉल, बार्सिलोना और अपने देश अर्जेंटीना के लिए ही खेला है। उनकी पासिंग, ड्रिब्लिंग, और गति बहुत ही अद्भुत है।
इन्होने अपने देश और क्लब के लिए 670 से भी ज़्यादा गोल किए हैं। जब ये मैदान में उतरते हैं तो जैसे एक उन्माद सा पैदा हो जाता है। उन्होने 2005 में अर्जेंटीना को 'U-20 वर्ल्ड कप' में विजयी बनाया था।