ज्यादातर लोगों के लिए एक पेशेवर फुटबॉलर के रूप में जीवन जीना एक सपना माना होता है। पैसे, प्रसिद्धि, एक्साइटमेंट सबकुछ इस खेल से मिलता है। किसी को अपनी जिंदगी में इससे ज्यादा और क्या चाहिए होगा। हालांकि कई खिलाड़ी इस ऊंचाई तक पहुंचने में नाकमयाब रहे और उन्हें रिटायरमेंट लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। कुछ लोगों की इस खूबसूरत गेम में रुचि खत्म हो गई और उन्होंने इसे छोड़ने का फैसला कर लिया। यहां आज हम बता रहे हैं रिटायरमेंट लेने वाले पांच खिलाड़ियों के अजीबो गरीब कारणों के बारें में- #5 कार्लोस रोआ: दुनिया खत्म होने का दावा करते हुए रिटायरमेंट लिया
कार्लोस रोआ अर्जेटीना के महान गोलकीपर थे। वह 1998 विश्व कप में अर्जेंटिना के लिए पेनल्टी द्वारा इंग्लैंड को हराने में कामयाब रहे थे। ठीक उसी साल उन्हें स्पेन में सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर के रूप में ज़मोर अवॉर्ड जीता। तभी रोआ ने 1999 में अपनी शीर्ष पर रहते हुए एक दिन अचानक फैसला ले लिया। उन्होंने धार्मिक सिद्धांतों का हवाला देते हुए बताया कि वह मानते हैं कि दुनिया जल्द ही खत्म होने वाली है। रोआ ने मांस भी खाना छोड़ दिया और सिर्फ मेडिटेशन पर अपना ध्यान केंद्रित कर लिया। हालांकि रोआ ने अपनी गलती से सीख ली और एक साल बाद फिर से खेल में वापसी कर ली लेकिन उन्हें फिर वह शीर्ष स्थान हासिल नहीं हो सका। #4 चेज़ हिल्जेनब्रिक: एक कैथोलिक पादरी बनने के लिए रिटायर हुए
एमएलएस द्वारा चुने नहीं जाने के बाद चेस हिल्जेनब्रिक ने अपने करियर की शुरुआत चिली में एक डिफेंडर के तौर पर की। चिली में रहते हुए वह अक्सर आध्यात्मिक रूप से जुड़ने के लिए चर्चों का दौरा किया करते थे और जो उन्हें अपने गृहनगर में पवित्र त्रिदेव में बिताए अपने बचपन की याद दिलाता था। उसके बाद वह एमएलएस में जोड़ लिया गया और उसके बाद उन्हें न्यू इंग्लैंड क्रांति के लिए कुछ मौके मिले थे। लेकिन उनका दिमाग खेल में कभी भी नहीं रहा था और उन्होंने महसूस किया कि वह कुछ बड़ा सकते हैं - उनके धर्म के प्रति। 26 साल की उम्र में उन्होंने फुटबॉल से रिटायरमेंट लेते हुए एमिट्सबर्ग में माउंट सेंट मैरी विश्वविद्यालय के कैथोलिक माउंट सेंट मैरी नामक सेमीनरी (पादरियों की शिक्षा संस्था) में एक पादरी बनने के लिए शामिल हो गये। फादर चेज़ वर्तमान में इलिनोइस स्थित सेंट जॉन कैथोलिक न्यूमैन सेंटर में तैनात हैं। #3 जॉर्डन सीब्राइट: कार विक्रेता बनने के लिए फुटबॉल छोड़ दी
जॉर्डन सीब्राइट ने सिर्फ 20 साल की उम्र में ही इस खेल को छोड़ने का निर्णय ले लिया। इंग्लैंड के पांचवें डिवीजन के एक क्लब, टोर्क्यू में एक बैकअप गोलकीपर रहे और जॉर्डन ने अपने पूरे करियर में सिर्फ 17 बार अपने खेल का प्रदर्शन किया। सीब्राइट जब कार खरीदने के लिए एक कार डीलरशिप के पास गये तो वह पूल ऑडी में मिली सर्विस से इस कदर प्रभावित हुए कि उन्होंने फैसला लिया कि यह वही जगह है जिसे वह हमेशा से चाहते थे। रिटायर होने के बाद जॉर्डन ने कहा, "अगर मैं ईमानदारी से कहूं, तो मैं इस खेल के प्यार से बाहर निकलता हूं, मैं इससे ज्यादा इसका आनंद नहीं ले सकता। मुझे नहीं पता था कि मैं कहीं भी जा रहा हूं और मुझे अपना कैरियर बनाना है और सफल होना है। यह फुटबॉल में महत्वाकांक्षा की कमी नहीं थी, लेकिन मेरे लिए यह एक अच्छा मौका था कि मैं घर आऊं और अच्छे वातावरण में काम कर सकूं। मैंने एक कंपनी के साथ काम किया था, मैं उनकी कारों में से एक चलाता हूं और यह एक बहुत ही पेशेवर वातावरण है। मैं वास्तव में नई चुनौती के लिए उत्सुक हूं।" # 2 वेंडेल लीरा: व्यावसायिक गेमिंग में करियर बनाने के लिए फुटबॉल से रिटायर हुए
वेंडेल ने अपने पूरे फुटबॉल करियर के दौरान फुटबॉल के लिए बहुत कुछ किया। वेंडेल 2015 में साल के सर्वश्रेष्ठ गोल के लिए पुष्कस अवॉर्ड जीतने के लिए प्रसिद्ध हैं। वेंडेल ने यह अवॉर्ड लियोनेल मेसी और कार्लोस तेवेज हो पीछे छोड़ते हुए अपने नाम किया था।लेकिन 2016 में उन्होंने खेल को छोड़ने के लिए समय तय कर लिया। वेंडेल ने व्यावसायिक गेमिंग में अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए जुलाई में अपने रिटायमेंट की घोषणा कर दी, खासकर फीफा को ध्यान में रखते हुए। वेंडेल ने कहा है कि उनके जिंदगी के सपनों में से एक फीफा वर्ल्ड चैंपियन होना है। वह 2015 के फीफा इंटरएक्टिव चैंपियन अब्दुलअजीज़ अलशेरी को हराने के बाद उस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपने रास्ते पर बढ़ रहे हैं। वेंडेल अपने स्वयं के यूट्यूब चैनल पर अपने आभासी कौशल का प्रदर्शन करने की भी योजना बना रहा है। #1 रोरी एलन: ऑस्ट्रेलिया में एशेज देखने के लिए रिटायमेंट ले लिया
रोरी एलन को एक बार पोर्ट्समाउथ के रिकॉर्ड साइन ने उनकी जिंदगी बदल दी, जब उन्होंने 1 मिलियन पाउंड के लिए स्पर्स ने साइन किया। इंग्लैंड के अंडर 21 के पूर्व स्ट्राइकर खिलाड़ी रोरी ने ऑस्ट्रेलिया में होने वाली एशेज सीरीज इंग्लैंड की बार्मी आर्मी के साथ देखने के लिए फुटबॉल छोड़ने का फैसला किया। उस समय पर पोर्ट्समाउथ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीटर स्टोरी ने कहा, ‘निश्चित रूप से मैं कभी भी फुटबॉल के इतने वर्षों के दौरान इस तरह की स्थिति में नहीं आया हूं। यह कहना काफी है कि यह आचरण काफी हद तक हक्का बक्का कर देने वाला था।‘जब उन्होंने केवल 25 साल की उम्र में खेल छोड़ दिया, रोरी ने इस अनुभव के बारें में बताया कि "स्कोरलाइन के छोड़कर यह एक अद्भुत अनुभव रहा" क्योंकि इंग्लैंड एशेज सीरीज में 4-1 से हार गया। लेखक- अरविंद श्रीराम अनुवादक- सौम्या तिवारी