#3 गर्ड मुलर
फ़ीफ़ा वर्ल्डकप इतिहास में जर्मनी बेहद क़ामयाब टीम के तौर पर मानी जाती है, जिसके नाम कुल 4 विश्वकप ख़िताब हैं। इन 4 ख़िताबों में से एक का श्रेय गर्ड मुलर को भी जाता है, मुलर ने जर्मनी के लिए 62 मैच खेले थे जिनमें उनके नाम 68 गोल हैं। मुलर को ‘डर बॉम्बर’ के नाम से भी जाना जाता है, 1970 में बैलन डी’ओर का ख़िताब जीतने वाले मुलर ने 1974 के फ़ीफ़ा वर्ल्डकप में 10 गोल करते हुए जर्मनी को चैंपियन बनाया था और ख़ुद द गोल्डेन बूट से नवाज़े गए थे। मुलर ने जर्मनी का दो बार वर्ल्डकप में प्रतिनिधित्व किया और इनमें 13 मैचों में उनके नाम 14 गोल हैं। मुलर भी जर्मनी के लिए ज़्यादा सालों तक नहीं खेल पाए और 28 साल की उम्र में ही उन्हें संन्यास लेना पड़ा। मुलर पहले जर्मन थे जिन्हें यूरोपियन फ़ुटबॉलर ऑफ़ द ईयर के अवॉर्ड से नवाज़ा गया था।