साल 2002 में टॉटेनहैम हॉटस्पर ने जोस मोरिन्हो को साइन करने की कोशिश की थी। इस दौरान जोस ने चेल्सी के मालिक रोमन इब्रामोविच के साथ अपने मनमुटाव के चलते क्लब को छोड़ दिया था। इस समय ‘स्पर्स’ अपने इस प्रतिद्वंद्वी मैनेजर को साइन करना चाहती थी। लेकिन, चेल्सी से करार के अनुसार जोस अगले 2 साल तक इंग्लैंड के किसी क्लब में शामिल होने के बाध्य नहीं थे। स्पर्स के मालिक ने जोस की फीस को लेकर भी काफी बेहतर ऑफर रखे, लेकिन ये करार नहीं हो पाया। 2012 में ‘स्पर्स’ ने फिर मोरिन्हो को साइन करने की पहल की। इस समय क्लब अपने तत्कालीन मैनेजर हैरी रेडनैप को निकालना चाहता था। इसी दौरान रियाल मैड्रिड में रहते हुए खुद पर हो रहीं आपत्तिजनक टिप्पणियों के जोस परेशान थे और बाहर निकलना चाहते थे। लेकिन इस बार वक्त के हालात के कारण ये हो नहीं पाया। जहां टॉटेनहैम हॉटस्पर तुरंत जोस को साइन करना चाहती थी, वहीं जोस स्पैनिश लीग को बीच में छोड़कर नहीं आ सके।