माना जाता है कि जोस मोरिन्हो ने अपने करियर की शुरुआत बार्सिलोना में सर बॉबी रॉब्सन और बाद में लुइस वेन गाल के ट्रांस्लेटर के रूप में की थी। हालांकि बार्सा के दिग्गज खिलाड़ी ज़ेवी इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते। ज़ेवी का कहना था कि जोस मोरिन्हो कभी भी बार्सा में ट्रांस्लेटर नहीं थे। वो हमेशा से एक असिस्टेंट कोच के तौर पर दिखे। वो खिलाड़ियों की मनोवैज्ञानिक स्तिथी को काफी अच्छे से समझते थे और वेन गाल के साथ उन्हें शेयर भी करते थे। उन्हें सभी खिलाड़ी इज्जत देते थे और कभी-कभी वो हमें बार्सिलोना बी टीम में कोच भी करते थे। हालांकि 90 के दशक में मोरिन्हो बार्सा के फेवरेट लोगों में से एक थे। लेकिन 2008 में जब बार्सिलोना के लिए मैनेजर रखने की बात चली तो मोरिन्हो को नहीं पेप गार्डिओला को ये जिम्मेदारी दी गई। जोस मोरिन्हो ने बार्सिलोना के एडवाइज़र से इस सिलसिले में काफी बात की लेकिन वो नहीं माने। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मोरिन्हो ने बार्सिलोना के खेल की शैली अपनाने और अपना झगड़ालू रवैया छोड़ने से मना कर दिया था। इस इंकार के चलते शायद उन्होंने अपने जीवन का सबसे बड़ा मौका खोया था।