कोलकाता पूरे सीजन में सिर्फ 2 मैच हारी है। 17 मैचों में टीम ने ड्रा मुकाबले खेले हैं। जो एक चैंपियन टीम की निशानी है। जो कभी हार नहीं मानी। कोलकाता की टीम बेहद प्रोफेशनल है। लीग मुकाबलों में अपने सभी 9 मैचों में कोलकाता को हार नहीं मिली। इसलिए कोलकाता ही असल चैंपियन बनने की हकदार थी। मोलिना ने अंतिम एकादश में निरंतर बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को ही मौका दिया। कोलकाता का डिफेन्स सबसे अच्छा रहा जो टीम की ताकत भी है। 17 मैचों में कोलकाता ने 17 गोल किये थे। उसके बाद मुंबई ने 11 गोल किये हैं। इसका क्रेडिट हेनरिक सेरेनो को जाता है। जो टीम के डिफेन्स के अगुहा थे।