अर्नब मोंडल, प्रबीर दास और प्रीतम कोटल जैसे भारतीय खिलाड़ी कोलकाता टीम के अहम सदस्य हैं। लेकिन इन सब में देबजीत मजुमदार का प्रदर्शन सबसे खास रहा। मोहन बगान के गोलकीपर ने इस बार कोलकाता के लिए 2 मुकाबले खेले थे। लेकिन उनका प्रदर्शन शानदार रहा। जिसका फायदा मोलिना को हुआ और उन्होंने एक अतिरिक्त विदेशी खिलाड़ी को टीम में जगह दी। देबजीत ने 4 गोल होने से रोका इसके अलावा फाइनल में हुए पेनल्टी शूटआउट में तो उन्होंने कमाल कर दिया। जो सीजन का सबसे शानदार प्रदर्शन कहा जा सकता है। वहीं प्रबीर कोलकाता के लिए इस सीजन के अहम खोज साबित हुए। साथ ही दो युवा विंगर अभिनाश रुईदास और बिद्यानंद सिंह ने भी इस सीजन में कोलकाता के लिए शानदार खेल दिखाया है। कोलकाता को चैंपियन बनाने में हम इन भारतीय खिलाड़ियों को भी एक वजह मानते हैं।