दो आदतों के बगैर एक अच्छा फुटबॉलर तैयार नहीं हो सकता। पहला कड़ी मेहनत और दूसरा निरंतर अभ्यास। खिलाड़ी जितना ज्यादा इन दो चीजों पर काम करता है, वो उतना बेहतर फुटबॉलर बनता है। हम अक्सर एक स्ट्राइकर को देखते हैं कि वो कैसे खिलाड़ियों को चकमा देकर, खिलाड़ियों के बीच से बॉल ले जाता है और गोल करता है। या फिर 40 मीटर दूर से जोरदार किक लगाकर गोल दागता है। आप सोच सकेत हैं, इस तरह की शानदार स्किल्स तैयार करने में एक फुटबॉलर कितने कड़े परिश्रम से गुजरता होगा। तभी तो खिलाड़ी, फुटबॉल जगत में आपनी पहचान बनाने में कामयाब होते हैं। लेकिन, कभी-कभी खिलाड़ी के जीवन में लोगों द्वारा उसे स्वीकार न किया जाना यानि ‘रिजेक्शन’, भी उसके बड़े बनने में मददगार साबित होता है। ऐसे खिलाड़ी अपनी अस्वीकृति को एक चुनौती के रूप में लेते हैं और कुछ बड़ा कर जाते हैं। तो चलिए बात करते हैं फुटबॉल के कुछ ऐसे खिलड़ियों की जिन्हें युवा फुटबॉलर के रूप में रिजेक्शन झेलना पड़ा, लेकिन आगे जाकर वो खेल के दिग्गजों में गिने गए।
#1 Ian Wright
मौजूदा दौर में, फुटबॉल कार्यक्रमों में अपनी बहुमूल्य राय देने वाले ‘इयान राइट’ अपने समय के दिग्गद फुटबॉलरों में गिने जाते थे। इयान को ‘आर्सेनल’ क्लब के इतिहास के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ियों में गिना जाता है। एक समय था जब क्लब के फैंस इयान के खेल के दीवाने थे। इयान, आर्सेनल में एक आक्रामक स्ट्राइकर में रूप में खेलते थे। गेंद पर अपना शानदार हुनर दिखाते हुए वो क्लब के लिए हर वक्त गोल करने की क्षमता रखते थे, बल्कि ऐसा करते भी थे। उन्हें आर्सेनल के अन्य पूर्व दिग्गज जैसे ‘थैरी हेनरी’ और ‘डेनिस बर्गकैंप’ के साथ गिना जाता है। हालांकि आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इयान जब एक युवा फुटबॉलर के रूप में उभर रहे थे तब उन्हें बहुत सारे क्लब्स ने रिजेक्ट किया था। Southend United, AFC Bournemouth, Brighton & Hove Albion जैसे क्लबों ने उन्हें साइन करने से इंकार कर दिया था। हालांकि आगे चलकर जब इयान आर्सेनल के लिए दूसरे सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी बने तो, इन क्लब्स को भारी अफसोस जरूर हुआ होगा। #2 Charlie Austin
साउथैम्पटन (Southampton) के मुख्य खिलाड़ी ‘चार्ली ऑस्टिन’ की जिंदगी में भी स्वीकार न किए जाने का दौर आया था। 14 साल के युवा फुटबॉलर चार्ली को ’रीडिंग’ क्लब ने लेने से मना कर दिया था। इसके बाद इंग्लिश फुटबॉल के मुख्य क्लबों में जगह बनाने के लिए उन्हें एड़ी-चोटी को जोर लगाना पड़ा। उस दौरान चार्ली को एक राजगीर के तौर पर भी काम करना पड़ा। लेकिन कुछ वक्त बाद वो अपनी किस्मत आजमाने एक निचले दर्ज के क्लब ‘Poole Town’ से जुड़ गए। यहां उन्होंने अपनी कला का बेजोड़ प्रदर्शन दिखाया और 46 मैचों में 46 गोल मारे। इसी दमदार खेल के चलते कई बड़े क्लब की नजर उन पर पड़ने लगी। वो क्वींस पार्क रेंजर्स में शामिल हुए और प्रीमियर लीग सीजन में उन्होंने 18 गोल करके सबको चौंका दिया। उसके बाद से चार्ली साउथएम्पटन के एक मख्य खिलाड़ी हैं। उन्हें इंग्लैंड की सीनियर टीम के लिए खेलने का बुलावा भी आ चुका है। #3 Steve Bruce
ऐस्टन विला क्लब के मैनेजर स्टीव ब्रूस, क्लब फुटबॉल के जाने माने नाम रहे हैं। वो नाकामयाबी को पीछे छोड़कर हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा देने वाले इंसान हैं। एक समय था जब स्कूल फुटबॉल के दिनों में उन्हें एक युवा खिलाड़ी के रूप में ज्यादातर क्लब्स ने ठुकरा दिया था। उन्हें ‘Sheffield Wednesday’, ‘Middlesbrough’ और ‘Burnley’ जैसे क्लबों ने खेलने का मौका तो दिया लेकिन खास पसंद नहीं आने पर ठुकरा दिया। आखिरकार युवा फुटबॉलर स्टीव को ‘गिलिंघम’ ने अपना हुनर दिखाने का मौका दिया। हालांकि किसी को पता नहीं थी कि आगे चलकर उनका करियर कैसा होगा, लेकिन शायद खुद स्टीव को मालूम था। इसलिए उन्होंने मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए खेलते हुए तीन प्रीमियर लीग खिताब अपने नाम किए। इतना ही नहीं वो उस दौर में यूरोप के सबसे बेहतरीन सेंटर बैक बने, साथ ही रेड डेविल्स के इतिहास में भी सबसे शानदार खिलाड़ियों में शुमार हुए। मैन्यू को सर ऐलिक्स फर्ग्यूसन के नेतृत्व में एक शानदार क्लब बनाने का श्रेय स्टीव ब्रूस को जाता है। स्टीव आज भी हर उस खिलाड़ी के लिए एक मिसाल हैं जो चुनौतियों से लड़कर आगे बढ़ना चाहता है। #4 Roy Keane
रॉय कीन आयरलैंड के सबसे प्रभावशाली फुटबॉलरों में से एक कहे जाते हैं। हालांकि उन्हें लेकर आइरिश लोगों में दो तरह की राय है। एक तरफ कई लोग उन्हें देश का सबसे फुटबॉल खिलाड़ी मानते हैं, तो कुछ लोगों का कहना है कि वो एक धोखेबाज़ हैं। खैर लोगों की अपनी-अपनी राय है लेकिन एक फुटबॉलर के रूप में उन्हें कम नहीं माना जा सकता। जब वो ‘Emerald Isle’ छोड़कर इंग्लैंड में खेलने के लिए जा रहे थे तब उनके कोचिंस स्टाफ ने चेल्सी, ब्राइटन जैसे बड़े क्लबों को भावुक चिट्ठियां लिखीं। हालांकि ये भी सच है कि उस दौरान उन्हें कोई आइरिश क्लब साइन करने के लिए आगे नहीं आया। आयरलैंड से आने के बाद उन्होंने नॉटिंघम फॉरेस्ट क्लब को अपने खेल से लुभाया। फिर क्या था, कीन कहीं रुकने वाले नहीं थे। वो यूरोपीय क्लब फुटबॉल की ऊचाइयों पर चढ़ते गए और दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित क्लबों में से एक ‘मैनचेस्टर यूनाइटेड’ के कप्तान भी बने। साथ ही कीन, यूरोप के सबसे सफल और कमाल के मिडफील्डर माने जाते थे। फिलहाल वो अपने देश की टीम के असिस्टेंट मैनेजर हैं। लेकिन एक छोटी जगह से आकर फुटबॉल के इतने बड़े महाद्वीप में नाम कमाना कोई छोटी बात नहीं। #5 Antoine Greizmann
मौजूदा समय में अगर सबसे तेज और स्टाइलिश मिडफील्डरों की बात करें तो उसमें एंटोनी ग्रीज़मैन का नांम काफी ऊपर आता है। यूं तो फुटबॉल के खिलाड़ियों को अपने जीवन में काफी रिजेक्शन झेलना पड़ता है, लेकिन एंटोनी की बात करें तो उनके रिजेक्शन का कारण काफी अजीब था। उन्हें क्लब्स ने उनके छोटे कद के कारण समय-समय पर नामंजूर किया। हालांकि उन्होंने इस बात को काफी सकारात्मक ढंग से लिया और दूसरों को दिखने वाली इस कमी को उन्होंने अपनी सबसे बड़ी ताकत बनाया। खेल में बेहद तेज गति और बॉल को खिलाड़ियों के पैरों से चुराने के हुनर के चलते आज वो दुनिया के बेमिसाल मिडफील्डरों में से एक हैं। उन्हें रोनाल्डो और मेस्सी जैसी दिग्गजों के साथ जोड़कर देखा जा रहा है। बार्सिलोना और ‘Olympique Lyonnais’ जैसे दो बड़े क्लबों ने एंटोनी को उनके छोटे कद के कारण शामिल नहीं किया। वो स्पैनिश क्लब ‘Real Sociedad’ द्वारा शामिल किए गए और उसके लिए 200 मैच खेले। फिर Los Cholconeros ने उनके शानदार टैलेंट को देखते हुए उन्हें 30 मिलियन (करीब 3 करोड़) में साइन किया। तब से लेकर अब तक वो क्लब के लिए UEFA चैंपियंस लीग और ला लिगा जैसे टूर्नामेंटों में बेहतरीन खेल का प्रदर्शन कर रहे हैं।