रियल मैड्रिड आज 11 चैंपियंस लीग / यूरोपीय कप ट्राफियों के साथ यूरोपीय महाद्वीपीय फुटबॉल में सबसे अधिक सफल क्लबों में से हैं, पर हमेशा उन्होंने हाल के दिनों जैसी सफलता हासिल नहीं की है। पोस्कास, गिंटो और डि स्टाफ़ानो के समय के दौरान जबरदस्त शुरूआती सफलता की। रियल ने यूरोपीय कप के पहले पांच संस्करणों को जीता पर वे 1966 से छः वर्षों तक ट्राफी नहीं पा सके, और उसके बाद भी लंबे समय तक कोई ट्रॉफी हासिल नहीं हुई। अतीत में ट्रॉफी जीते हुए खिलाडियों की रिटायरमेंट के बाद से 1970 के दशक में सुखा पड़ा रहा, और लंबे अर्शे तक जीत की तलाश जारी रही और इस बीच बायर्न म्यूनिख और लिवरपूल (अन्य के बीच) जैसे अन्य क्लबों के नाम ट्रॉफी के रूप में सफलताओं का आना जारी रहा। ऐसा नही रहा की इस दौरान मैड्रिड के पास पर्याप्त काबिल खिलाड़ी नही रहे, बस वो महाद्वीप की सर्वश्रेष्ठ टीम नही रहे और इस दौरान बड़े मैचों में असफलताओं के आदी से हो गये। ऐसी ही असफलताओं में से एक रही जब बड़े बड़े नामों वाली क्विंटा डेल बुइटर टीम, सैन सिरो में अपेक्षाकृत कम मिलान के खिलाफ 5-0 से हारी। 1998 जीत ने इन कड़वीं यादों को मिटाया और यह दौर क्लब केे प्रशंसकों के लिये भुला देने वाला रहा।