बेल्जियम की टीम पहली बार महिला यूरो के क्वार्टरफाइनल में पहुंच गई है। टीम ने पूल डी के अपने आखिरी और अहम मैच में इटली को 1-0 से हराकर महिला यूरोपियन चैंपियनशिप के अंतिम 8 में स्थान पक्का किया। बेल्जियम की जीत के साथ ही आइसलैंड की टीम भी टूर्नामेंट से बाहर हो गई। पूल डी से फ्रांस की टीम ने पहले ही क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया था।
इटली के खिलाफ बेल्जियम के लिए इकलौता गोल मिडफील्डर टीने डी कैग्नी ने 49वें मिनट में किया। ये मैच का निर्णायक गोल रहा। बेल्जियम की टीम ने इससे पहले ग्रुप डी के अपने पहले मैच में आइसलैंड से ड्रॉ खेला जबकि फ्रांस के खिलाफ मात खाई थी। इस एक जीत से पहले बेल्जियम का सिर्फ 1 अंक था, लेकिन इटली के खिलाफ मैच जीतकर टीम के पास कुल 4 अंक हो गए। बेल्जियम की टीम पिछली बार साल 2017 में ग्रुप स्टेज तक पहली बार पहुंचने में कामयाब रही थी।
वहीं आइसलैंड की टीम बिना कोई मैच हारे टूर्नामेंट से बाहर हो गई। टीम ने ग्रुप डी के अपने आखिरी मैच में इटली के फ्रांस के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ खेला। मैच में पहले ही मिनट में फ्रांस के लिए मेल्विन मलार्ड ने गोल कर फ्रांस को बढ़त दिलाई जबकि आइसलैंड ने इंजरी टाइम में गोल कर मुकाबला बराबरी पर रोक दिया, लेकिन टीम अपने पहले दो मुकाबले भी ड्रॉ खेल चुकी थी। ऐसे में आइसलैंड के कुल 3 अंक हुए और वो बेल्जियम से पिछड़ते हुए ग्रुप में तीसरे स्थान पर रही।
इटली के लिए ये यूरो कप भी बुरे सपने की तरह खत्म हुआ। साल 1984 में पहले यूरो कप से टूर्नामेंट का हिस्सा रहने वाली इटली की टीम ने इस बार ग्रुप डी के अपने पहले मैच में फ्रांस के खिलाफ 5-1 से बड़ी हार झेली, इसके बाद टीम को आइसलैंड के खिलाफ बड़ी मुश्किल से गोल कर 1-1 से ड्रॉ खेलने का मौका मिला। और अब बेल्जियम के हाथों हारकर टीम लगातार दूसरी बार ग्रुप स्टेज में ही बाहर हुई है। टीम 1993 और 1997 में उपविजेता रही थी, जबकि आखिरी बार साल 2013 में ग्रुप स्टेज से आगे बढ़कर क्वार्टरफाइनल में पहुंची थी।
प्रतियोगिता के क्वार्टरफाइनल में मेजबान इंग्लैंड का सामना स्पेन से होगा, दूसरे क्वार्टरफाइनल में स्वीडन की टीम बेल्जियम से भिड़ेगी, तीसरे क्वार्टरफाइनल में जर्मनी और ऑस्ट्रिया का मुकाबला होगा जबकि चौथे और आखिरी क्वार्टरफाइनल में फ्रांस और नीदरलैंड की भिड़ंत होगी।