कोयंबटूर में खेले गए आई-लीग के मैच में चेन्नई सिटी एफ़सी ने मिनेरवा पंजाब को 3-1 से हराकर आई लीग फ़ुटबॉल चैंपियनशिप का ख़िताब जीत लिया है। चेन्नई के खिलाड़ी गौरव बोरा ने दूसरे हाफ़ में 2 गोल किए, जिसकी मदद से चेन्नई ने ये मैच अपने नाम किया। इस जीत के साथ चेन्नई सिटी एफ़सी के 43 अंक हो गए और वो टॉप टीम बन गई। प्वाइंट टेबल में 42 अंकों के साथ ईस्ट बंगाल दूसरे स्थान पर रही।
अपने आख़िरी मैच में ईस्ट बंगाल ने कोझिकोड में गोकुलम केरल को 2-1 से हराया। ईस्ट बंगाल की टीम पिछले 15 साल से इस ख़िताब को जीतने का इंतजार कर रही थी, लेकिन इस साल भी इस टीम का ये ख़्वाब पूरा नहीं हो सका। ईस्ट बंगाल के लिए जेमी सांटोस ने 79वें मिनट में पेनल्टी से और लालदानमाविया राल्टे ने 85वें मिनट में गोल किया। गोकुलम की ओर से मार्कस जोसफ ने 69वें मिनट में गोल दाग दिया।
मिनेरवा पंजाब के रोलैंड बिलाला ने तीसरे मिनट में ही गोल कर दिया और अपनी टीम को बढ़त दिला ली। इसके बाद 56वें मिनट में चेन्नई को पेनल्टी मिली और पेड्रो मांजी ने पेनल्टी के जरिए गोल कर अपनी टीम को 1-1 की बराबरी दिला दी। इसके बाद मैच के दूसरे हाफ़ में गौरव बोरा ने क्रमश: 69वें मिनट और 93 मिनट में गोल करके चेन्नई की टीम को खिताब दिला दिया। चेन्नई टीम के पेड्रो मांजी 21 गोल करके चर्चिल ब्रदर्स के विलिस प्लाजा के साथ संयुक्त रूप से सीज़न के टॉप स्कोरर रहे।
आई-लीग को चेन्नई सिटी एफ़सी के रूप में एक नया चैंपियन मिल गया है। आई-लीग में पिछले कुछ सीज़न से कांटे की टक्कर देखने को मिली है। ये टूर्नामेंट वर्ल्ड की सबसे कंपटिटिव लीग बनते जा रही है। इस टूर्नामेंट को पिछले 3 सीजन में तीन अलग-अलग चैंपियन मिले हैं, जो इस टूर्नामेंट के भविष्य के लिए एक शुभ संकेत हैं। इस आई-लीग सीज़न में कश्मीर सीटी एफ़सी 36 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रही। चर्चिल ब्रदर्स ने 34 अंक पाकर चौथे और मोहन बगान 29 अंको के साथ 5वें नंबर पर रही।