क्रिस्टियानो रोनाल्डो पर पुर्तगाल की कप्तानी गंवाने का कोई खतरा नहीं बचा क्योंकि कोच फर्नांडो सांतोस ने कहा कि वह हमेशा कप्तान रहेंगे। शनिवार को सर्बिया के खिलाफ विश्व कप क्वालीफायर मुकाबले में रोनाल्डो का विवाद हो गया था। क्रिस्टियानो रोनाल्डो आखिरी व्हसिल बजने से पहले पिच से बाहर चले गए थे और उन्हें इसके लिए बुक भी किया गया। शनिवार को 2-2 ड्रॉ मुकाबले में रेफरी ने स्टॉपेज टाइम में रोनाल्डो का गोल मान्य नहीं करार दिया था।
36 साल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो बहुत गुस्से में नजर आए जब उनके प्रयास ने सब्रियाई डिफेंडर स्टीफन मित्रोविच को क्लीयर करके लाइन पार कर दी थी। मैच में वीडियो एसिस्टेंट रेफरी (वीएआर) की सुविधा नहीं थी, डच रेफरी डैनी मैकाली ने मैच जारी रखा और गोल नहीं दिया। इससे नाराज क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने अपना कप्तान वाला आर्मबैंड दूर फेंक दिया और टनल की तरफ चल पड़े। सांतोस ने कहा, 'जी हां, क्रिस्टियानो रोनाल्डो हमेशा आर्मबैंड अपने पास रखेंगे। क्रिस्टियानो रोनाल्डो राष्ट्रीय उदाहरण हैं। अगर वह मैनेजर की बात नहीं मानते, अपने टीम वालों या फिर संघ के खिलाफ खराब बर्ताव करते तो हमें स्थिति पर कुछ विचार करना पड़ता। मगर उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया।'
क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने निराशा में ऐसा किया
पुर्तगाल के कोच फर्नांडो सांतोस ने आगे कहा, 'यह बड़ी निराशा वाला पल था। हम उस खिलाड़ी के बारे में बात कर रहे हैं तो मात नहीं खाता जब बात उसके जीतने की उत्सुकता पर आती है। कोई यह नहीं कहेगा कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो की हरकत अच्छी थी। मगर इसमें भी किसी विचार की जरूरत नहीं कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो कप्तान रहेंगे या नहीं। मैं बहुत ही स्पष्ट रूप से बता देना चाहता हूं कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो हमेशा पुर्तगाल के कप्तान रहेंगे।'
रेफरी मैकाली ने पुर्तगाल के अखबार ए बोला से सोमवार को बातचीत में कहा कि उन्होंने अपनी गलती के लिए पुर्तगाल के कोच सांतोस और पूरी टीम से माफी मांगी। मैकाली ने कहा, 'मैं बस यह कह सकता हूं कि मैंने कोच और टीम से जो हुआ उस पर माफी मांगी। रेफरी टीम का सदस्य होने के नाते हमारी कोशिश हमेशा सही फैसले देने की होती है। जब हम इस तरह के कारणों से खबर में होते हैं तो बिलकुल खुशी नहीं होती।'
यूएफा ने कहा कि रोनाल्डो का गोल मान्य होता अगर सर्बिया और पुर्तगाल दोनों की फुटबॉल शासकीय ईकाई इस बात पर राजी होती कि गोल लाइन तकनीक का उपयोग करना है। अगर इस बात पर सहमति बनती तो रोनाल्डो का गोल मान्य होता। ड्रॉ मुकाबले के कारण सर्बिया दो मैचों में चार अंक के साथ टॉप पर पहुंची जबकि पुर्तगाल गोल फर्क के आधार पर एक स्थान पीछे है। अब 14 नवंबर को रिवर्स कार्यक्रम में एक बार फिर पुर्तगाल और सर्बिया आमने-सामने होंगे।