भारत के फुटबॉल प्रेमियों के लिए खुशखबरी आई है। अब वे 2020 में अंडर-17 महिला विश्वकप के मैचों को देखने का लुत्फ भारत के फुटबॉल मैदानों में उठा सकेंगे। दरअसल, पहली बार भारत को अंडर-17 महिला विश्वकप के आयोजन की जिम्मेदारी मिली है। इसकी घोषणा फुटबॉल की सबसे बड़ी संस्था फीफा ने शुक्रवार देर रात की। यह दूसरा मौका होगा, जब भारत फुटबॉल विश्वकप की मेजबानी करेगा। भारत ने 2017 में अंडर-17 पुरुष फुटबॉल विश्व कप का आयोजन किया था। इसमें इंग्लैंड ने स्पेन को फाइनल में 5-2 से हराकर विश्वकप का खिताब अपने नाम किया था।
मियामी में फीफा काउंसिल की बैठक में अध्यक्ष जियानी इन्फेंटीनो ने बताया कि फ्रांस को पीछे छोड़ते हुए भारत ने मेजबानी का अधिकार हासिल किया है। यह सातवां अंडर-17 महिला विश्वकप होगा। इस आयोजन से भारत में महिला फुटबॉल को काफी बढ़ावा मिलेगा। मालूम हो कि भारत अंडर-17 महिला विश्वकप की मेजबानी करने वाला दूसरा एशियाई देश है। इससे पहले 2016 में जॉर्डन ने मेजबानी की थी। 2016 का खिताब उत्तर कोरिया ने जीता था। उत्तर कोरिया महिला विश्वकप का खिताब दो बार जीतने वाला पहला देश है।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि हमें महिला फुटबॉल विश्वकप की मेजबानी करने का मौका मिला है। पुरुष अंडर-17 फुटबॉल विश्वकप की सफल मेजबानी के बाद हमारे यहां फुटबॉल की मूलभूत सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई है। भारत के अलावा फ्रांस ने पिछले साल जुलाई में बोली प्रकिया शुरू होने पर टूर्नामेंट अपने यहां करवाने में दिलचस्पी दिखाई थी। इसमें भारत को सफलता हासिल हुई है। वहीं, भारत की सीनियर महिला फुटबॉल टीम रैंकिंग की बात करें तो हमारी टीम दुनिया में 62वें नंबर पर है। वहीं, अगर एशिया में देखा जाए तो थाइलैंड, वियतनाम, म्यांमर के बाद भारत का 11वां स्थान आता है। अंडर-17 महिला विश्वकप की शुरुआत 2008 में हुई थी। इसकी पहली मेजबानी न्यूजीलैंड ने की थी। स्पेन ने पिछले साल मैक्सिको को कड़े मुकाबले में 2-1 से हराकर खिताब जीता था।