चार बार की विजेता और गत चैंपियन संयुक्त राज्य अमेरिका की टीम फीफा महिला फुटबॉल विश्व कप के अंतिम-16 में पहुंच गई है। ग्रुप ई के बेहद अहम मुकाबले में अमेरिकी टीम ने पुर्तगाल के खिलाफ गोलरहित ड्रॉ खेला और 1 अंक हासिल कर ग्रुप से नॉकआउट दौर में एंट्री कर ली।
पुर्तगाली टीम यदि यह मैच जीत जाती तो अमेरिकी टीम अगले दौर में नहीं पहुंचती। ग्रुप ई से नीदरलैंड्स की टीम ने विएतनाम पर बड़ी जीत के साथ नॉकआउट में जगह बनाई।
इस मुकाबले से पहले अमेरिकी टीम के 2 मैचों से 4 अंक थे जबकि पुर्तगाल के 2 मुकाबलों से 3 अंक थे। मैच से पहले तक अमेरिका की जीत पक्की मानी जा रही थी क्योंकि यह टीम न सिर्फ विश्व नंबर 1 है बल्कि 2019 में हुए पिछले विश्व कप की विजेता भी थी, जबकि पुर्तगाली टीम को हाल ही में विएतनाम के खिलाफ खेलते हुए महिला विश्व कप इतिहास की पहली जीत मिली थी।
लेकिन ग्रुप ई के इस अहम मैच में पुर्तगाली टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया। अमेरिकी टीम ने अपने पिछले मैच की तरह यहां भी उम्मीद से कमतर खेल दिखाया। इसी ग्रुप के एक अन्य मैच में गत उपविजेता नीदरलैंड्स ने विएतनाम पर 7-0 से बड़ी जीत हासिल की।
ग्रुप डी के आखिरी लीग मैचों के जरिए इंग्लैंड और डेनमार्क की टीमें अंतिम-8 में पहुंचने में कामयाब रहीं। इंग्लैंड ने चीन की टीम के खिलाफ 6-1 से बड़ी जीत हासिल की और लगातार तीसरा लीग मैच जीत 9 अंकों के साथ ग्रुप टॉप किया। वहीं डेनमार्क की टीम ने हेती के खिलाफ 2-0 से जीत दर्ज की।
अभी तक ग्रुप ए से स्विट्जरलैंड और नॉर्वे, ग्रुप बी से मेजबान ऑस्ट्रेलिया और नाइजीरिया, ग्रुप सी से जापान और स्पेन ने भी अंतिम-16 में जगह बना ली है। ग्रुप एफ की टॉप 2 टीमों का फैसला 2 अगस्त को होगा। फ्रांस, जेमेका और ब्राजील की टीमें अंतिम-16 की दौड़ में शामिल हैं जबकि पनामा पहले ही बाहर हो चुका है।
वहीं ग्रुप जी से स्वीडन की टीम नॉकआउट तक पहुंच चुकी है जबकि दूसरे स्थान के लिए इटली, दक्षिण अफ्रीका और अर्जेंटीना में मुकाबला है। ग्रुप एच के आखिरी लीग मैच 3 अगस्त को होंगे जहां कोलंबिया, जर्मनी और मोरक्को के बीच टॉप 2 में आने की होड़ है।