फीफा विश्व कप के शुरू हो जाने से इस समय लोगों में फुटबॉल के प्रति दीवानगी अपने चरम पर है। लोग नये-नये तरीकों से अपनी टीम के प्रति जुड़ाव का इज़हार कर समर्थन कर रहे हैं। लेकिन रूस में एक महिला ऐसी भी है जिसने इस फीफा विश्व कप को एक अवसर की तरह लिया है। दरअसल इस महिला ने रूस में फीफा विश्व कप के लिए जुटे लोगों से कमाई का नया तरीका इजाद किया है। रूस के रेड स्क्वेयर इलाके में फुटबॉल गोडेस यानी एक मूर्ति की गोद में फुटबॉल रख दी गई है। ऐसा लगता है जैसे कोई मां अपने बच्चे को गोद में लिए बैठी है। आते जाते लोगों की निगाह इस फुटबॉल गॉडेस पर पड़ ही जाती है। लोग इसे देख कर अचंभित रह जाते हैं। लोगों का कहना है कि यह भीख मांगने का रूसी तरीका है। फुटबॉल देवी के ठीक पीछे बेंच पर बुजुर्ग महिला बैठी रहती है, जो फुटबॉल गोडेस की अम्मा हैं। लोगों के अनुसार ' सोंवेका नामक यह महिला रिटायर हो चुकी है , परिवार में कोई अन्य सदस्य नहीं है, इसलिए रोजमर्रा का खर्चा चलाने के लिए नए-नए तरीके खोजती रहती है। फुटबॉल विश्व कप को देखते हुए दिमाग में यह आइडिया आया और अब उसका यह धंधा चल निकला है। उसे खुद उम्मीद नहीं थी कि यह इतना सफल हो जाएगा। लोग फुटबॉल देवी के दर्शन करते हैं, फोटो खींचते और खिंचवाते हैं। साथ ही जेब में पड़े कुछ सिक्के महिला की देवी को दान दे जाते हैं। महिला ने बताया कि ' वह स्टेडियम के आस-पास बैठना चाहती थी, लेकिन पुलिस और स्टेडियम प्रबंधन ने ऐसा होने नहीं दिया।' बता दें कि रोजाना ढाई-तीन सौ रूबल उसकी दान पेटी में आ जाते हैं। 70 साल की सोंविका को उम्मीद है कि इस एक महीने में वह साल भर की कमाई कर लेंगी , जिससे उन्हें इस साल कोई अन्य काम करने की जरूरत नहीं होगी।