वर्ल्ड कप 2018 : पेनल्टी शूटआउट में इंग्लैंड ने कोलंबिया को 4-3 से दी शिकस्त

विश्व कप के प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड ने पेनल्टी शूटआउट में कोलंबिया को 4-3 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रेवश किया। येरी मिना के इंजुरी टाइम में दागे गए बेहतरीन गोल की मदद से कोलंबिया ने इस मैच के निर्धारित समय तक 1-1 बराबरी कर ली थी। इसके बाद खेल अतिरिक्त समय में चला गया जहां कोई गोल नहीं हुआ। मैच के परिणाम के लिए पेनल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया जिसमें इंग्लैंड ने बाजी मारी। अब इंग्लिश टीम का सामना अंतिम आठ में स्वीडन से होगा। इंग्लैंड ने 12 साल बाद विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है। इससे पहले वह 2006 में क्वार्टर फाइनल में पहुंचा था। शूटआउट के दौरान कोलंबिया के लिए फालकाओ, जुआन कार्डो और लुइस मुरिल ने गोल दागे तो वहीं इंग्लैंड के लिए हैरी केन, रशफोर्ड, ट्रिपर और एरिक डायर ने गोल किया। मैच के शुरुआत में ही इंग्लैंड को पास खाता खोलने का बेहतरीन मौका था। 16वें मिनट में ट्रिपर ने गोल पोस्ट के करीब से हैरी केन को पास दिया लेकिन केन हेडर से गेंद को गोल पोस्ट में नहीं डाल पाए। 39वें मिनट में दोनों टीम के खिलाड़ी आपस में भिड़ गए। इस दौरान कोलंबिया के विलमर बारिओस को पीला कार्ड दिखाया गया। 42वें मिनट में फ्री किक पर किरेन ट्रिपर ने शॉट लगाया लेकिन गेंद गोल पोस्ट के दाईं ओर चली गई। इस मैच को पीला कार्ड के लिए भी जाना जाएगा। कोलंबिया को जहां 6 पीला कार्ड मिले वहीं इंग्लैंड के खाते में भी दो पीला कार्ड आया। पहला हाफ गोलरहित समाप्त हुआ। दूसरे हाफ के 54वें मिनट में इंग्लैंड को कॉर्नर किक मिली। इस दौरान कोलंबियाई खिलाड़ी सांचेज ने केन को रोकने के चक्कर में पेनाल्टी एरिया में गिरा दिया जिससे इंग्लैंड को पेनल्टी मिल गई। 57वें मिनट में केन इसे गोल में बदलकर टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। इसके साथ ही केन के इस विश्व कप में छह गोल हो गए जिससे वह गोल्डन बूट की दौर में सबसे आगे बने हुए हैं। मैच समाप्त होने के कगार पर था तभी इंजुरी टाइम में मिना ने गोल दागा और मैच का नतिजा अतिरिक्त समय में चला गया। हालांंकि यहां भी कोई गोल नहीं हो पाया और अंत में मैच का फैसला पेनल्टी शूटआउट से हुआ। स्विट्जरलैंड को 1-0 से हराकर स्वीडन क्वार्टर फाइनल में पहुंचा फीफा विश्व कप के प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में 24वीं रैंकिंग वाली स्वीडन की टीम ने छठी रैंकिंग वाली स्विट्जरलैंड की टीम को 1-0 से हरा दिया। इसके साथ ही स्वीडन की टीम क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पहुंच गई। मैच का इकलौता गोल स्वीडन के लिए एमिल फोर्सबर्ग ने किया। मैच का पहला हाफ काफी नीरस रहा। दोनों टीमों ने इस दौरान गोल के कई मौके बनाए लेकिन एक बार भी गेंद नेट में नहीं गई। दोनों ही टीम के खिलाड़ियों का खेल मैच के दौरान विश्व कप के स्तर का नहीं दिखा। एक ओर जहां स्वीडन को गोल करने के नजदीकी मौके मिले तो वहीं स्वीट्जरलैंड के खिलाड़ी आपस में एक दूसरे को ठीक से पास भी नहीं दे पा रहे थे। स्वीडन के मार्कस बर्ग को गोल के दो बेहतरीन मौके मिले। हालांकि वे इसका फायदा उठाने में नाकाम रहे। गेंद को अपने पास रखने और उसे शॉट में बदलने के दौरान उनकी हड़बड़ाहट साफ नजर आ रही थी और यही कारण रहा कि वे दोनों बार गोल से चूके। पहले हाफ की शुरुआत में ही स्वीडन के हाथ बड़ा मौका आया। मैच के आठवें मिनट में बर्ग के पास गेंद थी। उन्हें बस स्विस गोलकीपर यान सोमेर को छकाना था लेकिन वह गेंद को गोल पोस्ट से बाहर मार बैठे। इसके बाद स्विस स्ट्राइक शेरडान शकीरी ने गोल करने के कुछ मौके बनाए लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। आज के मैच में शकीरी ने भी वो तेजी नहीं दिखाई जिसके लिए वे जाने जाते हैं। मैच को 28वें मिनट में स्वीडन को फिर एक सुनहरा मौका हाथ लगा। उसके स्ट्राइकर ओला तोइवोनेन ने हाफ वॉली की लेकिन गोलकीपर सोमेर ने बेहतरीन तरीके से गेंद को रोक लिया। 38वें मिनट में कॉर्नर किक के बाद स्टीवन जुबेर से मिले पास को बॉक्स में खड़े बेलरिम जेमानी ने गोल पोस्ट के ऊपर से मार दिया। मैच के 42वें मिनट में भी स्वीडन के पास बढ़त बनाने के बेहतरीन मौका था लेकिन पहला हाफ गोलरहित ही समाप्त हुआ। दूसरे हाफ में भी दोनों टीमों के पास गोल करने के कई मौके आए लेकिन उनके प्रदर्शन में कमी साफ देखी जा सकती थी। मैच के 63वें मिनट में स्विट्जरलैंड के वेलोन बेहरमी ने स्वीडन के स्टार फोर्सबर्ग को गिराया। उन्हें फ्री किक मिला लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा पाए। हालांकि इसके तीन मिनट बाद ही उन्होंने अपनी टीम को जश्न मनाने का मौका दिया। 66वें मिनट में तोइवोनन से मिले पास पर फोर्सबर्ग ने गोल पोस्ट पर शॉट खेला। गेंद स्विट्जरलैंड के मैनुएल अकांजी के पैर से टकराई जिससे उसकी दिशा बदल गई और वह तेजी से गोल पोस्ट मे समा गई। यह गोल निर्णायक साबित हुआ। मैच के दौरान ग्रानिट शाका को पीला कार्ड दिखाया गया। हलांकि स्विस खिलाड़ी एक गोल खाने के बाद काफी आक्रामक नजर आ रहे थे। 71वें मिनट में शकीरी की तेज किक गोल पोस्ट के करीब से बाहर निकल गई। इंजुरी टाइम में भी स्विट्जरलैंड को बेहतरीन मौका मिला और वह गोल कर भी चुका होता अगर स्वीडन के ओल्सन ने सेफेरोविक के हेडर पर शानदार बचाव किया और विपक्ष को गोल से वंचित कर दिया। इंजुरी टाइम में बदलाव के तौर पर आए ओल्सन को स्विट्जरलैंड के डिफेंडर मिशेल लांग ने गिरा दिया। रेफरी ने इसके बदले उन्हें लाल कार्ड दिखाया और स्वीडन को पेनल्टी किक का मैका मिला। हालांकि वार की मदद से रेफरी के पेनल्टी के फैसले को फ्री किक में बदल दिया गया।