इंजुरी टाइम में दागे गए गोल की मदद से दक्षिण कोरिया ने ग्रुप एफ के मुकाबले में जर्मनी को 2-0 से हराकर टूर्नामेंट के पहले दौर से ही बाहर कर दिया। कोरिया के लिए 90+2 मिनट में पहला गोल किम यंग ग्वोन ने किया। वहीं दूसरा गोल 90+6 मिनट में सोन हियुंग मिन ने दागा। पिछले पांच विश्व कप में यहा चौथा मौका है जब गत चैंपियन टीम पहले दौर से ही बाहर हो गई। इससे पहले 2002 में फ्रांस, 2010 में इटली और 2014 में स्पेन को इसी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। जर्मनी की टीम पहली बार विश्व कप के ग्रुप चरण से बाहर हुई है। कोरिया की टीम भी विश्व कप से बाहर हो गई। जर्मनी और दक्षिण कोरिया दोनों ने आक्रामक शुरूआत की। जर्मनी को मैच के चौथे मिनट में फ्री किक मिली लेकिन टोनी क्रूज इसे गोल में नहीं बदल पाए। मैच के 10वें मिनट में दक्षिण कोरिया के जुंग वू यंग को योनस हेक्टर फाउल करने के लिए पीला कार्ड दिखाया गया। इस बीच जोशुआ किमिच के खिलाफ मून सियोन मिन के फाउल पर जर्मनी को गोल का एक और मौका मिला लेकिन क्रूज का शॉट फिर से गोल पोस्ट के भीतर नहीं पहुंच सका। मैच के 24वें मिनट में कोरिया के ली जेई सुंग को पीला कार्ड दिखाया गया। इसके अगले मिनट में ही कोरिया ने अच्छा मूव बनाया लेकिन टीम गोल करने में नाकाम रही। पहले हाफ के अंतिम मिनटों में दोनों टीमों ने बेहतरीन प्रयास किए लेकिन गोल भी गोल नहीं कर सका। दूसरे हाफ के पहले मिनट में कोरिया को फ्री किक मिली लेकिन जुंग वू के शॉट को नेएर ने रोक लिया। दो मिनट बाद जर्मनी की टीम बढ़त बनाने के करीब पहुंची लेकिन जोशुआ किमिट के क्रॉस पर गोरेत्का के हेडर को कोरियाई गोलकीपर ने रोका। मैच के 70वें मिनट में जर्मनी के पास मौक था लेकिन वह गोल करने में नाकाम रहा। कोरिया ने इस बीच इंजरी टाइम के दूसरे मिनट में किंम यंग ग्वोन की बदौलत 1-0 बढ़त हासिल की। चार मिनट बाद सोन हियुंह ने एक और गोल कर टीम की जीत सुनिश्चित कर दी। ब्राजील ने सर्बिया को 2-0 से हराया पांच बार की चैंपियन ब्राजील ने रोमांचक मुकाबले में सर्बिया को 2-0 से हराकर अंतिम 16 में अपनी जगह पक्की कर ली। ग्रुप ई के इस मुकाबले में ब्राजील की तरफ से पहला गोल पॉलिन्हो ने 36वें मिनट में किया। वहीं थियागो सिल्वा ने 68वें मिनट में दूसरा गोल किया। इस जीत के साथ ब्राजील ग्रुप ई के अंक तालिका में सात अंकों के साथ सबसे ऊपर है। वहीं स्विट्जरलैंड पांच अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है। मुकाबले में ब्राजील शुरू से ही हावी रहा। पहले हाफ के 36वें मिनट में पॉलिन्हो ने शानदार गोल दागकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया। इस दौरान गेंद पर भी अधिकतर समय ब्राजील का ही कब्जा रहा। दूसरे हाफ के शुरुआत में सर्बिया ने आक्रामक तेवर अपनाए लेकिन ब्राजील के डिफेंस के सामने उसकी एक नहीं चली। थोड़ी ही देर में ब्राजील फिर से उस पर हावी हो गया। मैच के 68वे मिनट में ब्राजील की तरफ से थियागो सिल्वा ने गोल क टीम को 2-0 की बढ़त दिला दी। यहां से सर्बिया की टीम के लिए वापसी करना काफी मुश्किल हो गया। उसकी टीम दबाव में आ गई। हालांकि इस दौरान दोनों ही टीमों को गोल के कई मौके मिले लेकिन सर्बिया उसे भुनाने में नाकाम रहा। इस विश्व कप में ब्राजील का प्रदर्शन हैरत करने वाला रहा है। खेल महासमर से पहले तैयारियों के दौरान उसने 21 में से केवल एक मैच हारा था। इस पूरे मुकाबले में सर्बिया के तीन खिलाड़ी को पीला कार्ड दिखाया गया। वहीं ब्राजील के खिलाड़ी इस मामले में बचे रहे। स्वीडन ने मेक्सिको को 3-0 से रौंदा स्वीडन ने ग्रुप एफ के एकतरफा मुकाबले में मेक्सिको के खिलाफ 3-0 की जीत से नॉकआउट में जगह बना ली। स्वीडन की ओर से लुडविग अगस्टिनसन ने 50वें और कप्तान आंद्रियास ग्रेनक्विस्ट ने 62वें मिनट में गोल दागा। मेक्सिको के एडसन अल्वारेज ने 74वें मिनट में आत्मघाती गोल दागा जिससे स्वीडन की 3-0 से जीत सुनिश्चित हुई। हार के बाद भी मेक्सिको ने अंतिम 16 में प्रवेश कर लिया है। स्वीडन की टीम ने तीन मैचों में दो जीत और एक हार के साथ ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल किया है। वहीं मेक्सिको की टीम भी दो जीत और एक हार से छह अंक के साथ दूसरे स्थान पर काबिज है। अंतिम 16 के मुकाबले में स्वीडन का सामना तीन जुलाई को ग्रुप ई के उप विजेता से होगा। वहीं मेक्सिको की टीम दो जुलाई को ग्रुप ई के विजेता से भिड़ेगी। कोस्टारिका ने स्विट्जरलैंड को 2-2 की बराबरी पर रोका स्विट्जरलैंड और कोस्टारिका के बीच खेला गया ग्रुप ई का मैच 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुआ। इस ड्रॉ के बाद भी स्विट्जरलैंड ने अगले दौर में जगह बना ली। 1-1 की बराबरी पर समाप्त होता दिख रहा मैच 88वें मिनट में जोसेफ डरमिक के गोल से नाटकीय मोड़ पर पहुंच गया। इस गोल से ऐसा लगा कि स्विट्जरलैंड जीत जाएगा लेकिन 93वें मिनट में उसके गोलकीपर यान सोमेर के आत्मघाती गोल से उसे कोस्टारिका के साथ अंक बांटने पड़े। इस गोल ने स्विट्जरलैंड को सन्न कर दिया। दरअसल, 93वें मिनट में कोस्टारिका को पेनल्टी मिली जिसे ब्रायन रूइज ने लिया। उनका शॉट पोल से टकरा कर वापस आ रहा था तभी गेंद अनजाने से सोमेर की पीठ से टकरा कर गोल पोस्ट में चली गई। इससे कोस्टारिका को उपहार में एक गोल मिला। यह गोल निर्णायक साबित हुआ और मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ। स्वीट्जरलैंड के लिए पहला गोल बेलरिम जेमाली ने 31वें मिनट में किया था। वहीं केंडल वाटसन ने 56वें मिनट में गोल दागकर कोस्टारिका को बराबरी दिलाई थी। उसने शुरूआत बेहद आक्रामक अंदाज में की। मैच के शुरूआती दौर में ही उसने कुछ बेहतरीन मूव बनाए लेकिन उन्हें गोल में नहीं बदल सकी। कोस्टारिका ने 7वें और 8वें मिनट में दो लगातार मौके बनाए। पहले प्रयास में जोसेफ कैम्पवेल के शॉट को सोमेर ने रोका तो वहीं डेनियल कोलिनड्रेस की किक पोस्ट के ऊपर से चली गई। मैच के 31वें मिनट में स्टीफन लिस्टेस्टेनर ने दाईं तरफ से गेंद को पेनल्टी एरिया में भेजा। गेंद ब्रील एम्बोलो के पास गई जिनका हेडर गोल के सामने गिरा और जेमाली ने उसे नेट में पहुंचा दिया। कोस्टारिका ने 56वें मिनट में बराबरी का गोल दागा। यह कोस्टारिका का इस विश्व कप में पहला गोल था। मैच ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था। इसी बीच डरमिक को गोल करने का मौका मिला और उन्होंने गेंद को गोल पोस्ट में पहुंचाकर टीम को बढ़त दिला दी। अब लगा कि मैच का नतीजा स्विट्जरलैंड के पक्ष में रहेगा लेकिन इंजुरी टाइम में कोस्टारिका को स्विट्जरलैंड ने गोल तोहफे में दिया और वह हार से बच गया।