वर्ल्ड कप 2018: नहीं चला मेस्सी का जादू, आइसलैंड ने अर्जेंटीना को 1-1 से ड्रॉ पर रोका

अर्जेंटीना के स्टार लियोनल मेस्सी ग्रुप डी के शुरुआती मुकाबले में आइसलैंड के खिलाफ कोई कमाल नहीं कर सके। उनकी टीम को फुटबॉल महासमर में पदार्पण कर रहे विरोधी के खिलाफ 1-1 के ड्रॉ से संतोष करना पड़ा। स्पार्टक स्टेडियम में खेले गए इस मैच में होलडोरसन नायक बने। दो बार की विश्व चैंपियन अर्जेंटीना के लिए एकमात्र गोल सर्जियो एगुएरो ने 19वें मिनट में दागा। आइसलैंड जैसी कमजोर टीम विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर पहले ही इतिहास रच चुकी है। उसके लिए इस मैच में स्टार रहे एल्फ्रेड फिनबोगासन ने 23वें मिनट में गोल किया। इसके बाद आइसलैंड ने कहीं भी चूक नहीं की और डिफेंस की बदौलत अर्जेंटीना जैसी धुरंधर टीम को गोल से दूर रखा। अर्जेंटीना के महान खिलाड़ी डिएगो माराडोना भी स्टेडियम में मौजूद थे। मेस्सी ने मैच के दौरान गोल की ओर 11 शॉट लगाए लेकिन आज का दिन उनके नाम नहीं रहा। पहले हाफ के बाद स्कोर 1-1 से बराबरी पर था। दूसरे हाफ में आइसलैंड के गोलकीपर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मेस्सी के सारे प्रयासों को विफल कर दिया। पिछले विश्व कप के फाइनल में जर्मनी से हारने वाली दक्षिण अमेरिकी टीम को अब 21 जून को क्रोएशिया से भिड़ना है। वहीं आइसलैंड का सामना नाइजीरिया से होगा।

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ग्रीजमान के ऐतिहासिक गोल से फ्रांस 2-1 से जीता

एंटोइन ग्रीजमान के शानदार गोल की बदौलत फ्रांस ने ऑस्ट्रेलिया पर 2-1 से जीत दर्ज की। यह गोल विश्व कप इतिहास में दर्ज हो गया। वीएआर (वार) प्रणाली से हासिल की गई पेनल्टी को ग्रीजमान ने गोल में बदला। दरअसल, एटलेटिको मैड्रिड के स्टार फुटबॉलर को दूसरे हाफ में पेनल्टी बॉक्स में जोश रिशडन ने गिरा दिया। उरुग्वे के रैफरी आंद्रियास कुन्हा ने शुरू में स्पॉट किक नहीं दी लेकिन वीएआर फुटेज देखने के बाद इसे पेनल्टी करार दिया गया। ग्रीजमान ने आराम से ऑस्ट्रेलियाई गोलकीपर मैथ्यू रेयान को छकाते हुए 58वें मिनट में गोल दागा। हालांकि इसके चार मिनट बाद 62वें मिनट में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मिले जेडिनाक ने बार्सीलोना के डिफेंडर सैमुअल उमटिटि द्वारा हासिल पेनल्टी पर बराबरी गोल किया। इसके बाद 80वें मिनट में पोग्बा ने गोल कर बढ़त हासिल की और यह निर्णायक साबित हुआ।

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पॉलसन के गोल से डेनमार्क की पेरू पर 1-0 से जीत

डेनमार्क ने फीफा विश्व कप 2018 के ग्रुप सी के मैच में पेरू को 1-0 से हराया। डेनमार्क के लिए यह गोल 59वें मिनट में यूसुफ युरारी पॉलसन ने किया। पेरू ने लगातार हमले किए लेकिन अंतिम क्षणों की चूक के कारण उसे हार का सामना करना पड़ा। पॉलसन के गोल में डेनमार्क के स्टार क्रिस्टियन एरिक्सन की भूमिका अहम रही। वह गेंद को मैदान के बीच से लेकर आगे बढ़े। उन्होंने कुशलता का परिचय देते हुए पेरू की मजबूत डिफेंस में सेंध लगाई और खूबसूरती से उसे पॉलसन की तरफ बढ़ा दिया। जिसे पॉलसन ने बिना गलती किए गोल में बदला। पहले हॉफ के 44वें मिनट में पेरू को वीडियो सहायक रेफरी (वीएआर) की मदद से पेनल्टी मिली। यह विश्व कप में दूसरा मौका था जब इस प्रणाली का उपयोग किया गया। तब डेनमार्क के पॉलसन ने कुएवा को बॉक्स के अंदर गिरा दिया था। कुएवा पेनल्टी लेने के लिए आए लेकिन उनका शॉट हवा में लहराता हुआ क्रास बार के काफी ऊपर से बाहर चला गया। ये दोनों टीमें 2016 से लगातार 15 मैच तक अजेय रही है। डेनमार्क अपने इस रेकार्ड को बरकरार रखने में सफल रहा वहीं पेरू का अभियान थम गया।

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क्रोएशिया ने नाइजीरिया को 2-0 से हराया

ग्रुप डी के मुकाबले में ओगेनेकरो इटेबो के आत्मघाती गोल का खामियाजा नाइजीरिया को हार से चुकाना पड़ा। शुरूआती क्षणों में दबदबा बनाने के बाद भी क्रोएशिया ने उसे 2-0 से हराया। पहले हाफ में नाइजीरिया की टीम खेल में रमती दिख रही थी। क्रोएशिया ने भी 13वें मिनट में एक मौका बनाया लेकिन उसे गोल में नहीं बदल सका। इसके बाद ओगेनेकरो इटेबो ने 32वें मिनट में आत्मघाती गोल किया। इसकी बदौलत क्रोएशिया को 1-0 से बढ़त मिल गई। हालांकि पहले ये माना जा रहा था कि आंद्रे कैमरिच के पैर से ये गेंद गोल में गई है, लेकिन असल में गेंद नाइजीरिया के डिफेंडर इटेबो को छूकर गई। पहले हाफ का खेल खत्म होने से पहले क्रोएशिया ने मैच पर पकड़ बना ली थी और वह 1-0 से बढ़त बनाए हुए था। दूसरे हाफ में नाइजीरिया ज्यादा बेहतर खेल दिखा रही थी। उसके खिलाड़ियों ने हमलावर तेवर अपनाए लेकिन इसका कुछ फायदा नहीं हुआ। मैच के 70वें मिनट में क्रोएशिया को पेनल्टी मिली और लुका मोड्रिच ने इसे गोल में बदल कर स्कोर 2-0 कर दिया।

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