फीफा वर्ल्ड कप 2018 के चौथे दिन तीन मैच देखने को मिले और टूर्नामेंट के शुरुआत में ही हमें एक बड़े उलटफेर का सामना करना पड़ा। डिफेंडिंग चैंपियन जर्मनी को मेक्सिको ने 1-0 से हरा दिया तो वहीं खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही ब्राज़ील को स्विट्जरलैंड के खिलाफ 1-1 के ड्रॉ से संतोष करना पड़ा। सर्बिया ने कोस्टा रिका पर जीत के साथ टूर्नामेंट का आगाज किया। विश्व कप के पांचवे दिन ग्रुप एफ की स्वीडन और कोरिया रिपब्लिक और वहीं ग्रुप जी में बेल्जियम, पनामा, ट्यूनीशिया और इंग्लैंड की टीम मैदान में उतरेंगी।
ये रहे भारतीय समयानुसार आज होने वाले मुकाबले:
स्वीडन बनाम कोरिया रिपब्लिक (ग्रुप एफ, शाम 5.30 बजे) बेल्जियम बनाम पनामा (ग्रुप जी, रात 8.30 बजे) ट्यूनीशिया बनाम इंग्लैंड (ग्रुप एफ, रात 11.30 बजे)
स्वीडन बनाम कोरिया रिपब्लिक ग्रुप एफ में वर्ल्ड कप जीत की सबसे प्रबल दावेदार मानी जा रही जर्मनी की मेक्सिको के हाथों 1-0 की हार के बाद ये ग्रुप अब काफी दिलचस्प बन गया है। इसलिए इस मैच में स्वीडन और कोरिया रिपब्लिक की टीमें जीत के साथ महत्वपूर्ण 3 अंक हासिल करना चाहेगी। स्वीडन की टीम 12 साल बाद वर्ल्ड कप में कदम रखने जा रही है। पिछले एक दशक से टीम की बुनियाद बने ज़्लाटान इब्राहिमोविच टीम का हिस्सा नहीं हैं लेकिन उसके बावजूद टीम का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है।
वहीं अपने दसवें वर्ल्ड कप में भाग लेने उतरी कोरिया की टीम चार साल पहले ब्राज़ील में अपने से बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद करेगी। 2014 विश्व कप में कोरिया को ग्रुप स्टेज में केवल एक अंक से संतोष करना पड़ा था। इस मैच में कोई भी टीम बाजी मार सकती है लेकिन स्वीडन का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है।
मैच का रुख बदलने लायक खिलाड़ी: एमिल फोर्सबर्ग
संभावित नतीजा: स्वीडन की जीत
बेल्जियम बनाम पनामा ग्रुप जी का ये मुकाबला दो एकदम ही अलग टीमों के बीच होने वाला है। जहां बेल्जियम की टीम अपने गोल्डन जनरेशन के साथ अच्छे मोमेंटम और गंभीरता से मैच खेलने उतरेगी तो वहीं पनामा की टीम का ये पहला विश्व कप होगा।
बेल्जियम की टीम के खिलाड़ी कोच रॉबर्टो मार्टिनेज और कप्तान ईडन हज़ार्ड की अगुवाई में वर्ल्ड कप जीतने के लक्ष्य से मैदान में उतरेंगे तो वहीं पनामा की टीम उन्हें आसनी से मैच जीतने नहीं देगी।
मैच का रुख बदलने लायक खिलाड़ी: केविन डे ब्रूयना
संभावित नतीजा: बेल्जियम की जीत
ट्यूनीशिया बनाम इंग्लैंड इंग्लैंड टीम की आखिरी वर्ल्ड कप जीत को अगर याद करना हो तो हमे आठ साल पहले दक्षिण अफ्रीका में हुए विश्व कप 2010 को याद करना होगा। कोच गारेथ साउथगेट की देखरेख वाले द थ्री लायंस की अधिकतर टीम नए खिलाड़ियों से भरी हुई। इसमें से केवल पांच खिलाड़ी चार साल पहले ब्राज़ील में हुए विश्व कप में शिरकत कर चुके हैं।
इंग्लैंड की टीम का खेल अब वेन रूनी के इर्द-गिर्द नहीं रहा बल्कि अब नए फॉरवर्ड्स मौजूद है और उनका साथ देने के लिए बेहतरीन मिड फील्डर्स भी हैं। ट्यूनीशिया की टीम भी इंग्लैंड को इतने आसनी से तीन अंक हासिल नहीं करने देगी। हाल ही में हुए फ्रेंडली मैच में ट्यूनीशिया ने अपना दमखम सभी को दिखाया है।
मैच का रुख बदलने लायक खिलाड़ी: हैरी केन
संभावित नतीजा: इंग्लैंड की जीत