14 जून से फीफा फुटबाल विश्व कप का आग़ाज़ होने जा रहा है। रूस में खेले जाने वाले फुटबॉल विश्व कप के इस 21वें संस्करण से नियामक संस्था फीफा को कुल 4.83 अरब डॉलर की कमाई होगी, लेकिन इस कमाई का एक बड़ा हिस्सा फीफा को पुरस्कार और प्रोत्साहन राशि के रूप में शामिल है। आंकड़ों के मुताबिक फीफा ने इस साल विजेता टीम को 3.8 करोड़ डॉलर (256 करोड़ रुपए) देने का फैसला किया है। उपविजेता टीम को 2.8 करोड़ डॉलर (189 करोड़ रुपए) मिलेंगे जबकि तीसरे स्थान पर आने वाली टीम को 2.4 करोड़ डॉलर (162 करोड़ रुपए) का पुरस्कार मिलेगा। यही नहीं चौथे पायदान पर रहने वाली टीम को 2.2 करोड़ डॉलर (148 करोड़ रुपए) मिलेंगे। इसके अलावा क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय करने वाली टीमों को 1.6 करोड़ डॉलर तथा प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली टीमों को 1.2 करोड़ डॉलर मिलेंगे। ग्रुप चरण से बाहर होने वाली 16 टीमों को भी 80-80 लाख डॉलर (54 करोड़ रुपए) की इनामी राशि प्रदान की जाएगी। इस बार के फीफा विश्व कप में 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं। इन टीमों को चार-चार टीमों के आठ ग्रुप में विभाजित किया गया है। प्रत्येक ग्रुप से दो टीमों नॉकआउट दौर में प्रवेश करेंगी। फीफा इस साल 79.1 करोड़ डॉलर पुरस्कार और प्रोत्साहन राशि के रूप में वितरित कर रहा है। यह राशि ब्राजील में 2014 में हुए पिछले विश्व कप से 21.5 करोड़ अधिक है। 79.1 करोड़ डॉलर में से 40 करोड़ डॉलर टीमों के बीच वितरित किए जाएंगे जबकि बाकी के 39.1 करोड़ डॉलर आयोजकों, उन क्लबों को जिनके खिलाड़ी विश्व कप में हिस्सा ले रहे हैं और विश्व कप में हिस्सा लेने वाली प्रत्येक टीम को वितरित किए जाएंगे। विश्व कप में हिस्सा लेने वाली 32 टीमों में से हर टीम को 15 लाख डॉलर की कमाई होगी। क्लबों की कमाई पर गौर करें तो ,इस साल विश्व कप से सबसे अधिक आय इंग्लिश प्रीमियर लीग क्लब मैनचेस्टर सिटी की होने जा रही है , जिसके 16 खिलाड़ी आठ अलग-अलग देशों के लिए खेलते दिखेंगे। दूसरे क्रम पर रियल मेड्रिड (15) और तीसरे स्थान पर बार्सिलोना (14) है। विश्व कप से सबसे अधिक लाभ इंग्लिश प्रीमियर लीग क्लबों को होगा, जिनके कुल 38 खिलाड़ी इस साल रूस में खेलते दिखेंगे। इन क्लबों में सिटी के अलावा मैनचेस्टर युनाइटेड, टॉटेनहम हॉट्स्पर और चेल्सी भी शामिल हैं।