फीफा फुटबॉल विश्व कप 2022 के दूसरे सेमीफाइनल के लिए फुटबॉल जगत काफी उत्साहित है। 14 दिसंबर को होने वाले मुकाबले में जहां एक ओर गत विजेता फ्रांस की टीम होगी, तो वहीं दूसरी तरफ होगा मोरक्को जो विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचने वाला पहला अफ्रीकी और अरब मुल्क बन गया है।
फ्रांस के पास इतिहास बनाने का मौका
फ्रांस ने साल 1998 में पहली बार विश्व कप जीता था और पिछली बार 2018 में चैंपियन बनी। अब फ्रेंच टीम के पास इस बार भी विजेता बन रिकॉर्ड बनाने का मौका है। आखिरी बार ये कारनामा ब्राजील ने किया था जब वह 1958 और 1962 में खिताब जीता था। इस बार फ्रेंच टीम खिताब जीतने की राह पर है। बेंजेमा, पोग्बा जैसे खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी में भी टीम का प्रदर्शन हिला नहीं है।
एमबापे, गिरोड ने फॉरवर्ड अटैक संभाला है तो वराने, हर्नान्डिज मिडफील्ड पर चमक दिखा रहे हैं। टीम के गोलकीपर हुगो लोरी भी अच्छी फॉर्म में हैं। फ्रेंच टीम की मजबूती उनका साथ खेलना है और मोरक्को के खिलाफ यही स्ट्रैटेजी काम आएगी। फ्रांस शुरुआती अटैक करने में माहिर है और मोरक्को के डिफेंस के खिलाफ उन्हें पहले हाफ में गोल कर मैच अपने हाथ में करना होगा।
ऐतिहासिक टीम है मोरक्को
मोरक्को की टीम ने इस पूरे विश्व कप में बेहतरीन प्रदर्शन किया और ग्रुप स्टेज में बेल्जियम और क्रोएशिया को पछाड़कर पहला स्थान हासिल किया। राउंड ऑफ 16 में मोरक्को ने स्पेन को गोलरहित ड्रॉ पर रोका और फिर पेनल्टी शूटआउट में जीत हासिल की। क्वार्टर-फाइनल में टीम ने पुर्तगाल जैसी मजबूत टीम को एक भी गोल नहीं करने दिया और मैच 1-0 से जीत लिया। मोरक्को के डिफेंस की ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि टीम ने अभी तक पूरे टूर्नामेंट में महज एक गोल खाया है और वो भी आत्मघाती गोल था।
फ्रांस और मोरक्को का मुकाबला 14 दिसंबर को देर रात 12.30 बजे (भारतीय समयानुसार) से होगा। दोनों टीमों ने इससे पहले 7 बार एक-दूसरे का सामना किया है जिनमें फ्रांस ने 5 मुकाबले जीते हैं और 2 मैच ड्रॉ रहे। विश्व कप में दोनों टीमें पहली बार भिड़ेंगी और ऐसे में मोरक्को पहली बार फ्रांस को हराने की कोशिश करेगा।