दो बार की विश्व विजेता अर्जेंटीना आज देर रात अपना 10वां फीफा फुटबॉल विश्व कप क्वार्टर-फाइनल खेलेगी। लायोनल मेसी की अगुवाई में टीम नीदरलैंड्स का सामना करेगी जो 3 बार प्रतियोगिता में उपविजेता रह चुकी है। डच टीम के 71 वर्षीय मैनेजर लुई वैन गाल पहले ही साफ कर चुके हैं कि इस बार उनकी टीम ट्रॉफी से कम पर नहीं मानेगी, तो वहीं संभवत: अपना आखिरी विश्व कप खेल रहे मेसी खिताब के साथ इस प्रतियोगिता को अलविदा कहने के इरादे के साथ उतरेंगे।
दोनों टीमों के बीच ये 10वीं भिड़ंत होगी। आज तक खेले गए 9 मुकाबलों में नीदरलैंड्स ने 4 में जीत हासिल की है, दो मैच अर्जेंटीना के नाम रहे। खास बात ये है कि इनमें से 5 मुकाबले विश्व कप में हुए हैं। दोनों टीमें 1978 के विश्व कप फाइनल में भिड़ीं थी जहां अर्जेंटीना ने खिताब जीता था। आखिरी बार दोनों टीमें 2014 के विश्व कप सेमीफाइनल में खेली थीं, जहां पेनेल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना को जीत मिली।
इस विश्व कप में अर्जेंटीना के मुकाबले नीदरलैंड्स के लिए ग्रुप स्टेज थोड़ी आसान जरूर रही थी। डच टीम ने ग्रुप ए में रहते हुए सेनेगल और कतर को हराया, लेकिन इक्वाडोर ने उन्हें ड्रॉ पर रोक लिया। राउंड ऑफ 16 में नीदरलैंड्स ने अमेरिका पर आसान जीत दर्ज की। खास बात ये है कि 2014 में तीसरे स्थान पर रहने के बाद टीम 2018 विश्व कप के लिए क्वालीफाई भी नहीं कर पाई थी।
वहीं मेसी एंड कंपनी के लिए ग्रुप स्टेज खराब रूप में शुरु हुई क्योंकि पहले ही मुकाबले में सऊदी अरब ने उन्हें हराते हुए चौंका दिया। इसके बाद टीम ने शानदार वापसी की और मेक्सिको, पोलैंड जैसी टीमों को हराया। राउंड ऑफ 16 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी टीम को ज्यादा मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ा।
साल 2014 में मेसी की टीम फाइनल तक पहुंची, लेकिन तब जर्मनी ने उन्हे हराकर खिताब जीत लिया था। इस बार फिर टीम को मेसी से उम्मीद है कि उन्हें इस दौर की बाधा पार कराकर मेसी अंतिम-4 में ले जाएंगे। नीदरलैंड्स की मजबूती डिफेंस है और मेसी और अल्वारेज की फॉरवर्ड जोड़ी को डच डिफेंस को भेदने का काम करना होगा। डच टीम कोडी गापको से शुरुआती गोल की उम्मीद कर रही है क्योंकि अभी तक वो टूर्नामेंट में तीन गोल दाग चुके हैं। मुकाबला लुसैल के आइकॉनिक स्टेडियम में होगा और भारतीय समयानुसार देर रात 12.30 बजे से खेला जाएगा।