भारत के दिग्गज स्ट्राइकर बाईचुंग भूटिया के नाम पर बने फुटबॉल स्टेडियम का उद्घाटन नामची में होगा। नामची बाईचुंग भूटिया के जन्मस्थल दक्षिण सिक्किम के तिनकिटम से 25 किमी की दूरी पर है। ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन की आधिकारिक वेबसाइट ने सिक्किम फुटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष मेनला एथेनपा के हवाले से कहा, 'यह भारत के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर्स में से एक बाईचुंग भूटिया के लिए हमारी तरफ से सम्मान है। संन्यास लेने के बाद भी बाईचुंग भूटिया कई लोगों के आदर्श हैं और वह सिक्किम ही नहीं बल्कि पूरे भारत में युवाओं को प्रेरित करने का काम जारी रख रहे हैं। बाईचुंग भूटिया ने भारत के लिए जो किया है, उसकी हम कीमत नहीं चुका सकते। मगर उनके नाम पर स्टेडियम शायद दिग्गज फुटबॉलर के प्रति छोटा सम्मान हो।'
भारत में यह पहला मौका है जब किसी फुटबॉलर के नाम पर स्टेडियम होगा। इस बीच भारत के लिए 100 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले पहले फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया ने कहा कि वह काफी सम्मानित महसूस कर रहे हैं क्योंकि यह किसी फुटबॉलर के नाम पर यह भारत का सबसे पहला फुटबॉल स्टेडियम होगा। बाईचुंग भूटिया ने कहा, 'मैं बहुत गौरवान्वित और उत्साहित हूं। अगर आप बड़े पैमाने पर देखें तो मैं खुश हूं क्योंकि युवा फुटबॉलर्स को फुटबॉल खेलने के लिए शीर्ष स्तर की सुविधा और ढांचा मिलेगा। इस स्टेडियम में मुझे शामिल करते हुए कई फुटबॉल निर्मित किए हैं। यहां खेलने की मेरी बहुत सारी यादें जुड़ी हैं।'
बाईचुंग भूटिया स्टेडियम निर्माण में आई थी परेशानी
2010 के समय से बाईचुंग भूटिया फुटबॉल स्टेडियम का जमीनी काम शुरू हो गया था, लेकिन वित्तीय दिक्कतों के कारण इसका काम रूक गया। सिक्किम के मौजूदा मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने अपना काम शुरू किया, तो स्टेडियम के निर्माण का काम दोबारा शुरू हो सका। एतेन्पा ने जानकारी दी, 'हमारे मुख्यमंत्री फुटबॉल के बड़े समर्थक हैं और उन्होंने निर्माण कार्य की तेजी में खुद दिलचस्पी दिखाई। अगर कोविड-19 महामारी के कारण स्थिति खराब नहीं होती, तो शायद स्टेडियम का उद्घाटन अब तक हो चुका होता।'
15,000-क्षमता वाले स्टैंड स्थापित करने के अलावा कृत्रिम टर्फ पहले ही बिछा दिया गया है। एतेन्पा ने आगे कहा कि फ्लडलाइट लगाने का कार्य चल रहा है और इसे काम के दूसरे चरण में पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'बाईचुंग भूटिया स्टेडियम का दोबारा काम शुरू होने के बाद पूरा होने में 14 महीने से कम समय लगा। मुख्यमंत्री ने खुद प्रगति पर निगरानी रखी। बाईचुंग भूटिया स्टेडियम में 15,000 लोगों की क्षमता होगी और दूसरे चरण में हमने पहले ही फ्लडलाइट लगाने की योजना तैयार कर ली है।'
बाईचुंग भूटिया खोलेंगे एकेडमी
इस बीच बाईचुंग भूटिया ने खुलासा किया है कि उन्होंने एकेडमी स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है ताकि स्टेडियम के आस-पास के क्षेत्र वाले युवा फुटबॉल खेलने के लिए प्रोत्साहित हो सके। पद्म श्री अवॉर्डी बाईचुंग भूटिया ने कहा, 'हमने राज्य सरकार से फुटबॉल एकेडमी स्थापित करने की बात पहले ही कर ली है। यह सरकार और यूनाइटेड सिक्किम का संयुक्त उद्यम होगा। इससे युवाओं को फुटबॉल खेलने का एक मंच मिलेगा। हमारा ध्यान गोल्डन बेबी लीग की मेजबानी पर भी लगा है।' बता दें कि यूनाइटेड सिक्किम इस क्षेत्र में सबसे बड़ा सेमी-पेशेवर फुटबॉल क्लब है।