कम्बोडिया के खिलाफ सांसें रोक देने वाले मैत्री मैच में भारत ने 3-2 से जीत दर्ज की। भारतीय टीम ने सुनील छेत्री से गोल से से खाता खोला लेकिन कम्बोडिया ने एक मिनट से भी कम समय में इसे बराबर कर दिया। पहले हाफ तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर थी लेकिन दूसरे हाफ में भारतीय खिलाड़ी तेज आक्रमण के साथ मैदान पर उतरे और जेजे ने बढ़त दिलाई और सन्देश झिन्घान ने भी दूसरे हाफ के आधे खेल के बाद एक और गोल दागकर भारत को मैच में पूरी तरह आगे कर स्कोर 3-1 कर दिया। कम्बोडिया ने दूसरे हाफ के बचे हुए 20 मिनट में एक गोल दागकर भारत के स्कोर के करीब आ गए। लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने अंतिम मिनटों में रक्षात्मक खेल दिखाते हुए 3-2 की बढ़त बरकरार रखी और इस मैत्री मैच को अपने नाम कर लिया। भारत से रैंकिंग में 41 स्थान नीचे होने के बावजूद कम्बोडिया की युवा टीम ने उम्दा खेल का प्रदर्शन करते हुए घरेलू दर्शकों को निराश नहीं होने दिया और मेहमान टीम को एक अच्छी टक्कर प्रदान की। खेल के 62वें मिनट के बाद भारत के रक्षात्मक रवैये ने उन्हें मैच में बराबर आने का मौका नहीं दिया और अंत तक मेहमान टीम ऐसे ही खेलते रही। हालांकि मेजबान ने अंतिम सिटी तक उम्मीदें नहीं छोड़ी और लगातार संघर्ष जारी रखा। इस पराजय के साथ ही कम्बोडिया की पिछले 5 मैचों में लगातार हारने के सिलसिले में एक मैच और दर्ज हो गया। अब उनके खाते में लगातार छह पराजय दर्ज हो गई है, वहीँ भारतीय टीम ने इस मैच में जीत के साथ ही लगातार 5 मैचों में जीत दर्ज की है। गौरतलब है कि 12 वर्षों में भारतीय टीम को घर से दूर किसी अन्तर्राष्ट्रीय मैत्री मुकाबले में पहली जीत मिली है। यह विजय उनके लिए इसलिए भी मायने रखती है क्योंकि 28 मार्च को उन्हें म्यांमार के खिलाफ AFC एशियन कप क्वालीफायर मैच भी खेलना है।