क्रिकेट के बाद अगर किसी स्पोर्ट्स को भारत में लोग ज्यादा पसंद करते हैं तो वो फुटबॉल है। यही वजह है कि इंडियन सुपर लीग का हर सीजन हिट रहा। इसकी सफलता का आलम ये है कि अब फीफा के नए 18वें सीजन का आईएसएल हिस्सा हो सकता है। स्पोर्ट्सकीड़ा के सूत्रों के मुताबिक चाइनीज सुपर लीग (सीएसएल) एक नई प्रतियोगी के रुप में लगभग चुनी जा चुकी है और कुछ खिलाड़ियों का फोटोशूट भी करा लिया गया है। रोस्टर इन्फॉर्मेशन भी EA स्पोर्ट्स के साथ शेयर किया जा चुका है। फीफा फैन वोटिंग वेबसाइट में आईएसएल 154,000 वोटों के साथ अभी दूसरे नंबर पर है। 156,000 वोटों के साथ चाइनीज सुपर लीग पहले नंबर पर है। दुनिया की टॉप थ्री लीग को इस साल के संस्करण में शामिल किया जाएगा। हमारे सूत्रों के मुताबिक सीएसएल का चयन फीफा 18 के लिए लगभग तय हो चुका है। इंडियन सुपर लीग के साथ सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि ये साल में एक बार खेला जाता है और चाइनीज सुपर लीग के 7 महीने के लीग के साथ इसका मुकाबला आसान नहीं है। फिर भी आईएसएल का सबसे पहला लक्ष्य वोटिंग में शीर्ष 3 में रहना है। अगर आप लिस्ट को देखें तो तीसरे और चौथे संस्करण के बीच काफी गैप है। अगर सब कुछ प्लान के मुताबिक हुआ और कोई दिक्कत नहीं हुई तो लीग में टॉप थ्री टीमें खेलेंगीं। ये टीमें सीएसएल, आईएसएल और जर्मन लीग की होंगीं। इस पर अप्रैल में काम शुरु होगा और तभी सबकुछ स्पष्ट हो पाएगा। अगर ऐसा हुआ तो इंडियन सुपर लीग के लिए ये काफी फायदेमंद होगा। भारत में फुटबॉल का क्रेज और बढ़ेगा। चेन्नई जैसी टीम ने इस खेल को भारत में फिर से जीवित किया और इसे काफी लोकप्रिय बनाया। इससे भारत में फुटबॉल देखने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी। आईएसएल को टॉप थ्री लीग में शामिल कराने के लिए बेंगलुरु के शुवम मिश्रा ने एक मुहिम चलाई और अब ये मुहिम रंग लाती दिख रही है। एक समर्थक का कहना है कि' अगर नार्थ ईस्ट यूनाइटेड को इसमें शामिल नहीं किया गया तो वो मैच का टिकट नहीं खरीदेंगें'। हमारे सूत्रों के मुताबिक मैनेजमेंट अपनी भावनाओं को भारतीय दर्शकों पर थोपना भी नहीं चाहता क्योंकि आईएसएल को सफलता उन्हीं से मिली है। इसलिए वोटिंग का सहारा लिया गया है। कुछ फैंस के चाहने भर से हम एक दूसरे लीग की तरफ नहीं जा सकते ये लोगों के बहुमत पर निर्भर करता है। अगर आईएसएल इसमें शामिल होता है तो भारत में फीफा की लोकप्रियता बढ़ेगी। इस लिस्ट में और भी कई लीग हैं-जैसे ग्रीस के लिए अलग से लीग है जिसकी टीमें 'रेस्ट ऑफ वर्ल्ड' कैटेगरी में खेलती हैं। मलय लीग भी 4 नंबर के करीब है, कोसोवो की लीग उनके पीछे लगी हुई है। लेखक-सुरोमित्रो बसु अनुवादक-सावन गुप्ता