इंडियन सुपर लीग के पहले संस्करण 2014 के फाइनल का दोहराव होने जा रहा है। जब डीवाई पाटिल स्टेडियम के बजे कोच्ची के जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम में केरला ब्लास्टर और एटलेटिको कोलकाता के बीच फाइनल मैच होगा। केरला ब्लास्टर के फैंस को इस बार कोलकाता से बदला लेने का सुनहरा मौका है। साल 2014 में कोलकाता की विजेता टीम में मोहम्मद रफ़ीक जो इस बार केरला में हैं। वहीं कोलकाता के पास मौका है कि वह ट्राफी जीतकर खुद को लीग की सबसे अच्छी टीम साबित कर सकते हैं। क्योंकि उनका प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है। जबकि केरला पिछले साल के प्रदर्शन को महज एक संयोग साबित कर सकती है। ये फाइनल एक बड़ा मैच साबित होगा इसमें कोई दो राय नहीं है। क्योंकि लीग की इन दोनों टीमों में जबर्दस्त बदलाव देखने को मिला है। आज हम ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में आपको बता रहे हैं जो फाइनल में उम्दा प्रदर्शन कर सकते हैं:
इयान हुम
बीते 3 सालों में आईएसएल में इयान हमे के खेल पर कभी कोई शक नहीं किया गया है। वह इस लीग बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने धीमी शुरुआत करने के बाद टूर्नामेंट में अपनी रफ्तार काफी तेजी से बढ़ाई है। उन्होंने पहले लेग में दो गोल किये हैं। ये बात सबको पता है कि हमे बड़े मैच के खिलाड़ी हैं। उन्होंने सभी सेमीफाइनल मुकाबलों में गोल किया है। इसलिए इस बार के फाइनल मैच में उनके ऊपर सबकी निगाहें टिकी हैं। उन्होंने चेन्नयन एफसी के खिलाफ पिछले साल एक बेहतरीन वॉली गोल किया था। हमे ने इस सीजन में अबतक 7 गोल किये हैं। लेकिन स्टीव कोप्पल की नजर में ये सिर्फ गोल भर नहीं हैं। इयान कोलकाता के रीढ़ हैं। उन्होंने पोस्टिगा और समीघ डौती के साथ मिलकर अबतक शानदार प्रदर्शन किया है। ऐसे में वह फाइनल में केरला के बड़ी चुनौती बनकर उभर सकते हैं। इसलिए केरला के डिफेंडर और मिडफील्डरों को आपस में एक रणनीति के तहत हमे को रोकने का प्रयास करना होगा। सीके विनीत बेंगलुरु एफसी के लिए एएफसी कप में शानदार प्रदर्शन करने वाले विनीत ने केरला के लिए शानदार खेले हैं। विनीत ने अबतक 5 गोल दागे हैं। जिनमें उनके 3 गोल ने टीम को 3 अंक भी दिला चुके हैं। कन्नूर में पैदा हुए विनीत ने इस सीजन में अल्बर्ट रोका की जगह सेंट्रल स्ट्राइकर के तौर पर खेले हैं। जहां वह सभी अटैक करने वाले खिलाड़ियों के निशाने पर रहे हैं। केरला टीम में भूमिका थोड़ी अलग है। अपनी होम टीम के लिए खेलना उनके लिए किसी उत्साह से कम नहीं है। इसलिए उनका प्रदर्शन केरला के लिये अच्छा रहा है। हैतिंस, डकेंस नेज़ोन और कर्वेन बेलफोर्ट के साथ खेलते हुए विनीत को थोड़ी ज्यादा आज़ादी मिलती है। वह सेमीफाइनल में गोल नहीं कर पाए थे। लेकिन विपक्षी टीमों के लिए किसी खतरे से कम नहीं हैं। रविवार को होने वाले फाइनल मुकाबले में विनीत की तेजी से केरला को काफी फायदा मिल सकता है। उनका वर्क रेट कमाल का है। हेनरिक सेरेनो एंड कंपनी के लिए विनीत से अलर्ट रहना होगा। हालांकि हो सकता है कि मोहम्मद रफी इस बार फाइनल में न खेल पायें। ऐसे में जिम्मेदारी भी विनीत पर बढ़ जाएगी। बोर्जा फ़र्नांडीस यदि हमे पिछले 3 साल से कोलकाता के स्टार खिलाड़ी रहे हैं, तो कोलकाता के स्पेनिश कप्तान ने टीम को काफी मजबूत किया है। उनकी मौजूदगी से टीम के मिडफील्डरों को खुद को साबित करने का मौका दिया है। जोस मोलिना के लिए बोर्जा काफी अहम हैं। 35 वर्षीय इस खिलाड़ी ने विपरीत परिस्थितियों में भी शानदार खेल दिखाया है। जहां उनकी उर्जा काबिलेतारीफ रही है। वह गेम को बहुत अच्छे से पढ़ते हैं। वह अपने आसपास के खिलाड़ियों पर बराबर नजर रखते हैं। उसके बाद उनके टैकल तो वाकई उम्दा रहे हैं। 46 सफल टैकल के अलावा उन्होंने 25 सफल इंटरसेपशन भी किये हैं। हाल के समय में स्टेफेन पियर्सन की मौजूदगी ने बोर्जा के काम को और आसान किया है। इस सीजन में बोर्जा ने एक गोल किया है। जैसाकि उन्होंने पहले दो साल टीम को मजबूती दी है। उसी तरह ही इस बार के फाइनल में सबकी निगाहें उनपर टिकी हुई हैं। संदीप नंदी 41 साल के इस गोलकीपर ने खुद को साबित किया है। दिल्ली के खिलाफ उनके प्रदर्शन ने अहम योगदान दिया। उन्होंने दिल्ली के गोल को लगातार बेकार किया। उन्होंने टीम को बड़े खतरों से बचाया। फ्लोरेंट मलौडा, रुबेन रोचा और मेमो के कई प्रयास को शानदार तरीके से संदीप ने बेकार किया। जिसकी वजह से खेल को अतिरिक्त समय में ले जाना पड़ा। मलौडा के प्रयास की जिस तरह से संदीप ने बेकार किया वह वाकई शानदार था। नंदी ने 10 मैचों में केरला के लिए 4 क्लीनशीट किये हैं। उन्होंने केरला के लिए भाग्य बदलने का काम किया है। जिसकी वजह से ग्राहम स्टैक को उनकी जगह पर एक विदेशी खिलाड़ी को आउटफील्ड में खिलाने का मौका मिला है। जिस तरह से संदीप गेंद को रोकते हैं, उससे कहीं नहीं लगता है कि वह एक प्रोफेसनल गोलकीपर हैं। उनके मोमेंट्स और अनुभव बतौर गोलकीपर उन्हें शानदार बनाते हैं। आरोन हग नॉर्थन आयरिशमैन केरला का मार्की खिलाड़ी है। हग ने कई बार अपनी महत्ता को साबित किया है। वह खेलते हों ये न खेलते हों उनका काम टीम की मदद करना होता है। कई बार वह राष्ट्रिय टीम से जुड़ने भी गये हैं। उनकी गैरमौजूदगी में केरला पर काफी असर पड़ा है। उन्होंने 4 क्लीन शीट 10 मैचों में किये हैं। इस दौरान उन्होंने सिर्फ 7 गोल खाए हैं। वह जब नहीं रहे हैं तब केरला सिर्फ एक ही क्लीन शीट बचा पायी है। इसके अलावा टीम को 11 गोल भी खाने पड़े हैं। हग और सेड्रिक हेंगबर्ट के मजबूत साझेदारी से केरला का डिफेन्स काफी मजबूत हो जाता है। ये दोनों खिलाड़ी खेल को बहुत अच्चे से पढ़ते हैं। जिससे विपक्षी टीम की चाल सफल नहीं होती है। इसके अलावा सन्देश झिंगन और प्रतीक चौधरी के उदय क क्रेडिट भी हग और हेन्गबर्ट को जाता है। ऐसे में कोच्ची में होने वाले आईएसएल 2016 के फाइनल में मैच में अगर हग प्रदर्शन अच्छा रहा तो परिणाम भी केरला के पक्ष में जा सकता है। ऐसे में केरला के पास चैंपियन बनने का शानदार मौका है।