सेमीफाइनल में जगह बना चुकी मुम्बई की टीम यह मैच जीत भी जाती तो भी वह शीर्ष पर ही रहती। ड्रॉ की स्थिति में भी वह शीर्ष पर रही लेकिन हार की स्थिति में दिल्ली 23 अंकों के साथ पहले स्थान पहुंच जाता। इस ड्रॉ के बाद मुम्बई के 23 अंक हो गए हैं जबकि दिल्ली 21 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है। दिल्ली की टीम भी सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है। दिल्ली की टीम दूसरे स्थान पर कायम रह पाती है या नहीं, इसका फैसला रविवार को कोच्चि में केरला ब्लास्टर्स और नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी टीमों के बीच होने वाले अहम मुकाबले के बाद होगा। केरल अगर इस मैच में जीत जाता है तो वह 22 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर पहुंचने के साथ-साथ सेमीफाइनल के लिए भी क्वालीफाई कर जाएगा। हार की सूरत में हालांकि केरल को प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होना होगा और तब नार्थईस्ट 21 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर जाएगा। हां, यदि केरल ने नार्थईस्ट को बराबरी पर भी रोक दिया तो भी वह प्लेऑफ का टिकट कटा लेगा और फिर ऐसी स्थिति में दिल्ली का दूसरा स्थान बरकरार रहेगा। इस रोमांचक मैच में दोनों टीमों ने अपनी श्रेष्ठता साबित करने का भरपूर प्रयास किया लेकिन सफलता किसी को नहीं मिली। पहले हाफ में मुख्य तौर पर मुम्बई का प्रभुत्व रहा। मेजबान टीम ने खुलकर हमले किए और एक या दो मौकों पर वह गोल करने के काफी करीब थी। दूसरी ओर, दिल्ली की टीम अपने असल लय में नहीं दिखी। इसका कारण कई अहम खिलाड़ियों की मैदान मे गैरमौजूदगी हो सकती है। दिल्ली ने गोल करने के इक्के-दुक्के मौका बनाए लेकिन इनमें से कोई भी बयान करने के लायक नहीं है। दूसरे हाफ की शुरुआत में दिल्ली ने दमखम दिखाया लेकिन अंतिम पलों में मुम्बई ने अपने कप्तान तथा मार्की खिलाड़ी डिएगो फोर्लान के नेतृत्व में कई जोरदार हमले किए लेकिन किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया। अंतिम 20 मिनट में फोर्लान और मथायस डिफेड्रिको ने साथ मिलकर कई अच्छे प्रयास किए। भारतीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री के स्थान पर मैदान में उतारे गए युवा खिलाड़ी उदांता सिंह ने भी इस मैच में अपनी धमक दिखाई और कई अच्छे प्रयास किए। सुनील को आगे के मैचों के लिए आराम दिया गया। दिल्ली ने इस मैच में अपने कई अहम खिलाड़ियों को आराम दिया। मार्की खिलाड़ी फ्लोरेंट मालोउदा को भी आराम दिया गया लेकिन कोच गियानलुका जाम्ब्रोता ने आखिरकार गोल की चाह में 71वें मिनट में मालोउदा को मैदान में उतार ही दिया लेकिन वह भी दिल्ली को सफलता नहीं दिला सके। जाम्ब्रोता अपनी टीम के प्रदर्शन से बेशक खुश होंगे लेकिन गोल नहीं करने का मलाल उन्हें जरूर होगा। --आईएएनएस