इसके साथ ही मुंबई आईएसएल-3 के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम भी बन गई। मुम्बई की आईएसएल इतिहास में चेन्नई पर यह पहली जीत है। मुंबई के 13 मैचों से 22 अंक हो गए हैं और उसने आठ टीमों की तालिका में दूसरे स्थान पर काबिज दिल्ली डायनामोज पर पांच अंकों की बढ़त बना ली है। दूसरी ओर, चेन्नई की टीम के 12 मैचों से 14 अंक हैं। वह अब भी सातवें स्थान पर है और इस लिहाज से अब उसका प्लेआफ में पहुंचना काफी मुश्किल हो गया है। अब उसे यह मुकाम हासिल करने के लिए लीग चरण के शेष दो मैच बड़े अंतर से जीतने होंगे। मुम्बई ने मैच का अपना पहला गोल 32वें मिनट में किया जबकि दूसरा गोल 60वें मिनट में हुआ। मैच का पहला गोल मुम्बई के मथायस डेफेड्रिको ने किया। मथायस का यह गोल इस सीजन का 100वां गोल है। यह गोल वादोज और सुनील छेत्री के प्रयासों का नतीजा था। वादोज से मिले पास को सुनील ने मथायस की ओर डिफलेक्ट किया, जिस पर मथायस ने गोल दागने में कोई गलती नहीं की। दूसरा गोल खुद वादोज ने कप्तान डिएगो फोर्लान की मदद से किया। इस गोल में भी सुनील ने कप्तान की मदद की और कप्तान ने एक अच्छा पास वादोज को दिया, जिस पर बॉक्स के बाहर ही खड़े वादोज ने झन्नाटेदार गोल दागा। मुम्बई ने पहले हाफ की समाप्ति एक गोल की बढ़त के साथ की। मौजूदा चैम्पियन ने आक्रामक शुरुआत की लेकिन जैसे ही उसके खिलाफ गोल हुआ, वह बैकफुट पर नजर आने लगी। पहला गोल खाने के बाद चेन्नई ने बराबरी के कई प्रयास किए लेकिन उसका कोई भी प्रयास मुम्बई के डिफेंस और गोलकीपर की परीक्षा नहीं ले सका। मुम्बई की जीत और बड़ी हो सकती थी, लेकिन 80वें और 81वें मिनट में उसकी अग्रिम पंक्ति ने खराब तालमेल के कारण दो शानदार मौके गंवा दिए। बहरहाल, मुंबई आईएसएल इतिहास में पहली बार 20 अंक का आंकड़ा पार कर सकी है। बीते दो सीजन में इस टीम ने 16-16 अंक जुटाए थे। चेन्नई के खराब प्रदर्शन का एक कारण यह भी है कि उसने इस सीजन में घर से बाहर सिर्फ एक मैच जीता है। चेन्नई की टीम अगर यह मैच जीत जाती तो वह तालिका में 17 अंकों के साथ तीसरे स्थन पर पहुंच जाती लेकिन फिलहाल उसके हाथ से यह मौका निकल गया है और अब मातेराजी को नए सिरे से रणनीति बनानी होगी। --आईएएनएस