साल 2014 के बाद केरला ब्लास्टर ने दोबारा से माइकल चोपड़ा को टीम में शामिल किया था। चोपड़ा ने इस सीजन में मात्र एक गोल किया है। जबकि वह सभी 7 मुकाबले में मैदान पर उतरे हैं। इस अंग्रेज स्ट्राइकर ने कोशिश तो काफी की है लेकिन शारीरिक फिटनेस ने इस 32 वर्षीय खिलाड़ी के खेल में अड़ंगा बना है। ब्लास्टर के पास अन्य विदेशी फॉरवर्ड में केरवेंस बेलफोर्ट, डकेन्स नेजन और अंटोनियो जर्मन भी टीम में हैं। ऐसे में अंग्रेज मेनेजर को चोपड़ा की वजह से कड़ी आलोचना भी झेलनी पड़ी है। चोपड़ा के लिए यहां तक भी स्टेटमेंट आये हैं कि जर्सी पर नाम भले ही उनका हो लेकिन खेल का स्तर वह नहीं है।
Edited by Staff Editor