लोकप्रिय इंडियन सुपर लीग परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है. इस फ़्रैंचाइज लीग के 2017/18 सीजन में नए नियम लागू होने के साथ साल के अंत में दो नई का जुड़ना भी तय है. आईएसएल के बदलाव करते ही, उसके क्लब खिलाड़ियों और स्टाफ के अपने दल को फिर से जोड़ने की प्रक्रिया में लग गये हैं. विभिन्न रिपोर्टों के मुताबिक, आईएसएल क्लबों के लिए हेड कोच की नियुक्ति के लिए समय सीमा समाप्त हो गई है, और सभी दस फ्रेंचाइजी अपने ओर से सर्वश्रेष्ठ चुनने की पूरी कोशिश की है ताकि आने वाले सीजन जो की इस लीग का अब तक का सबसे बड़ा सीजन हो सकता है में जीत की राह की ओर टीमें जा सके. तो, सभी आईएसएल क्लबों को आखिर मिला क्या है? क्या उन्होंने आगामी सीजन के लिए खुद को अच्छी तरह से तैयार किया है जिससे कि पिछले आईएसएल से अलग और बेहतर नतीजे आयें ? आइए ऐसे में सभी दस फ्रेंचाइजी के हेड कोचों पर एक विस्तृत नज़र डालें और उन्हें उनके पिछले रिकॉर्ड के आधार पर रेट करें, और यह पता करें कि किस टीम को सबसे अच्छा कोच मिला?
रोका की तरह, लोबेरा भी बार्सिलोना में एक अनुभव वाले व्यक्ति है, जो 2000 के मध्य तक कैटलन क्लब की युवा टीम के साथ थे। उन्होंने बारका में टीटो विलानोवा के सहायक के रूप में भी संक्षिप्त, एक महीने का समय बिताया था। लोबेरा ने स्पेन और मोरक्को में टीमों का प्रबंधन किया है, और इसलिए, उनसे भारत में भी अच्छी तरह से जमने की उम्मीद होगी। उनके बतौर मेनेजर कैरियर के प्रमुख आंकड़े निम्नलिखित हैं: राष्ट्रीयता: स्पेनिश प्रबंधक/ प्रमुख कोच के रूप में मैच: 136 जीत: 56 ड्रा: 36 हार: 44 प्रति गेम अंक जीत: 1.50 जीत प्रतिशत: 41 प्रतिशत टाटा जमशेदपुर - स्टीव कॉपेल (जीत प्रतिशत: 40%) केरला ब्लास्टर को कोप्पल के छोड़ने की का मतलब था कि सबसे सफल आईएसएल के प्रमुख कोच में से एक का अन्य टीमों के लिये उपलब्ध होना और जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील की नई फ्रैंचाइजी जल्दी से कोच लेने का मौका नही गवाया। 62 वर्षीय इस कोच के पास डुग आउट में इशफेक अहमद का साथ होगा,इस साझेदारी ने केरला ब्लास्टर के लिये बेहतरीन परिणाम लाये थे। अब अगर टाटा जमशेदपुर को आगामी आईएसएल में एक चुनौती को पेश करना है तो कॉपेल को इसके लिये बहुत कुछ करना होगा। उनके मेनेजर कैरियर के प्रमुख आंकड़े निम्नलिखित हैं: राष्ट्रीयता: अंग्रेज प्रबंधक / प्रमुख कोच के रूप में मैच: 416 जीत: 167 ड्रा: 107 हार: 142 प्रति गेम अंक जीत: 1.46 जीत प्रतिशत: 40 प्रतिशत मुंबई सिटी एफसी - एलेक्जेंडर गुइमारेस (जीत प्रतिशत: 39.5%) गुइमारेस आईएसएल -4 में काफी कुछ साबित करने उतरेंगे पिछली सीज़न के सेमीफाइनल की शिकस्त के बाद बहुत मेहनत करेंगे। गिमारायस की मुंबई सिटी टीम आईएसएल -3 में लीग प्ले में सबसे अच्छी टीम थी, पर प्लेऑफ में एटलेटिको डी कोलकाता से हार कर बाहर हो गयी। पिछली बार की कुछ सीखो के बाद अब गिमारायस अपनी पिछली सीज़न की गलतियों को ठीक करने के लिए तैयार हो जाएंगे और मुंबई को और अधिक गतिशील रूप देंगे, जो इस बार सुनील छेत्री के बिना होगा। उनके मेनेजर कैरियर के प्रमुख आंकड़े निम्नलिखित हैं: राष्ट्रीयता: कोस्टा रिकान प्रबंधक / मुख्य कोच के रूप में मैच: 172 जीत: 68 ड्रा: 49 हार: 55 प्रति गेम अंक जीत: 1.47 जीत प्रतिशत: 39.5 प्रतिशत एफसी पुणे सिटी - एंटोनियो हबास (जीत प्रतिशत: 39%) हबास एकमात्र वर्तमान में एकमात्र आईएसएल प्रमुख कोच है, जिन्होंने पहले भी खिताब जीता था और पुणे सिटी ने उनसे पहली बार लीग चरण से आगे बढ़ाने उम्मीद की होगी इस बार। आईएसएल -3 के बालेवाडी स्टेडियम में हबास का पहला सीजन योजना के मुताबिक नहीं गया था, क्योंकि चार गेम के निलंबन से गुज़रे थे। हालांकि, इस सीजन में, अपने पिछले सीजन से ज्यादा समझदार और अनुभव के साथ पुणे में होंगे। उनकी खिताब जीतने वाली आदत और उनके कैरियर रिकॉर्ड भी खुद के लिए बोलते हैं। उनके मेनेजर कैरियर के प्रमुख आंकड़े निम्नलिखित हैं: राष्ट्रीयता: स्पेनिश प्रबंधक / प्रमुख कोच के रूप में मैच: 111 जीत: 43 ड्रा: 34 हार: 34 प्रति गेम अंक जीत: 1.47 जीत प्रतिशत: 39 प्रतिशत चेन्नईन एफसी - जॉन ग्रेगरी (जीत प्रतिशत: 33.5%) ग्रेगरी आईएसएल में सबसे अनुभवी हेड कोच में से एक हैं। एस्टन विला के पूर्व हेड कोच लगभग 20 वर्षों से सर्किट के आसपास रहे हैं और चेन्नई उम्मीद लगा रहा होगा कि 2015 में हासिल की गयी खिताबी जीत वह दोबारा हासिल कर सके। आईएसएल -4 के सभी हेड कोचो मे बतौर मैनेजर ग्रेगरी दूसरे सबसे अनुभवी कोच हैं। उनके मेनेजर कैरियर के प्रमुख आंकड़े निम्नलिखित हैं: राष्ट्रीयता: अंग्रेज प्रबंधक / प्रमुख कोच के रूप में मैच: 373 जीत: 125 ड्रा: 100 हार: 148 प्रति गेम अंक जीत: 1.27 जीत प्रतिशत: 33.5 प्रतिशत बेंगलुरू एफसी - अल्बर्ट रोका (जीत प्रतिशत: 33%) रोका ने पिछले साल बेंगलूर एफसी में एशले वेस्टवुड की जगह ली और ब्लूज़ को उनके पहले एएफसी कप फाइनल में ले गये जिसमें वे इराक के एयर फ़ोर्स क्लब से हार गए। रोका 1998 से विभिन्न टीमों का एकमात्र प्रभारी रहे है और साथ ही 2003 से 2009 तक बार्सिलोना में भी फ्रैंक रिजकार्ड और पेप गार्डियोला दोनों के साथ काम कर रहे थे। आईएसएल में बेंगलुरू के साथ जुड़ना उन्हें इस लोकप्रिय फ्रेंचाइजी लीग का पहला अनुभव प्रदान करेगा। उनके मैनेजर कैरियर के प्रमुख आंकड़े निम्नलिखित हैं: राष्ट्रीयता: स्पेनिश प्रबंधक / प्रमुख कोच के रूप में मैच: 39 जीत: 13 ड्रा: 10 हार: 16 प्रति गेम अंक जीत: 1.26 जीत प्रतिशत: 33 प्रतिशत दिल्ली डायनेमोस - मिगुएल एन्जिल पुर्तगाल (जीत प्रतिशत: 33%) पुर्तगाल ने दिल्ली डायनामोस के डगआउट में गियानलुका ज़मोब्रोटा की जगह ली है, और रियल मैड्रिड का इस पूर्व खिलाड़ी और युवा टीम मैनेजर अपने करियर में पहली बार एशिया में अपने दाव चलेंगे। ज़मोब्रोटा के कार्यकाल में लायंस ने एक आकर्षक ब्रांड की फुटबॉल खेली थी और इसलिए एंजेल पुर्तगाल के सामने चुनौती होगी की उनकी टीम अच्छी फुटबाल खेलते हुए प्रतिस्पर्धी भी बनी रहे। उनके मैनेजर कैरियर के प्रमुख आंकड़े निम्नलिखित हैं: राष्ट्रीयता: स्पेनिश प्रबंधक / प्रमुख कोच के रूप में मैच: 145 जीत: 48 ड्रा: 45 हार: 52 प्रति गेम अंक जीत: 1.30 जीत प्रतिशत: 33 प्रतिशत नार्थ ईस्ट यूनाइटेड - जोआओ कार्लोस पायर्स डी डयूस (जीत का प्रतिशत: 33%) नॉर्थ ईस्ट युनाइटेड की पुर्तगाली हेड कोच के साथ खेलना जारी रहेगा और गुवाहाटी स्थित क्लब इस बार आईएसएल -4 कम ही पहचान वाले जोआओ डी डयूस नये हेड कोच हैं। डी डयूस के पास पुर्तगाली फुटबॉल का काफी ज्यादा अनुभव है, और वह आईएसएल प्रबंधकों की सूची में सबसे अधिक मैचों की संख्या के मामले में केवल कॉपेल और ग्रेगरी से पीछे है उसने कहा, वह भारतीय फुटबॉल-सर्किलों में एक पहचाना नाम भले न हो, लेकिन नॉर्थइस्ट के प्रतिद्वंद्वियों को उन्हें हल्के में लेने का जोखिम नही लेना चाहिये। उनके मैनेजर कैरियर के प्रमुख आंकड़े निम्नलिखित हैं: राष्ट्रीयता: पुर्तगाली प्रबंधक / प्रमुख कोच के रूप में मैच: 21 9 जीत: 72 ड्रा: 59 हार: 88 प्रति गेम अंक जीत: 1.26 जीत प्रतिशत: 33 प्रतिशत केरला ब्लास्टर्स - रेने मुयलेनस्टीन (जीत का प्रतिशत: 27%) मेउलेन्स्टीन एक बड़ी प्रतिष्ठा के साथ भारत आ रहे हैं, मैनचेस्टर यूनाइटेड में सर एलेक्स फर्ग्यूसन के तहत काम करते रहे। यह डचमैन इस कई उम्मीदों के साथ स्टीव कॉपेल के रिकॉर्ड को बेहतर बनाते हुए इस सीजन में केरला को आईएसएल का खिताब जिताना चाहेगा। मेयूलेन्स्टीन 1990 के दशक फुटबॉल कोचिंग के कारोबार में रहे है, लेकिन उनके काम का अनुभव काफी मात्रा बतौर सहायक प्रबंधक के तौर रहा है। प्रीमियर लीग में फुलहम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद उन्होंने आखिरी बार इज़राइली क्लब मकाबी हैफा का पदभार ग्रहण किया था। उनके प्रबंधन कैरियर के प्रमुख आंकड़े निम्नलिखित हैं: राष्ट्रीयता: डच प्रबंधक / प्रमुख कोच के रूप में मैच: 62 जीत: 17 ड्रा: 19 हार: 26 प्रति गेम अंक जीत: 1.13 जीत प्रतिशत: 27 प्रतिशत ऐटीके - टेड्डी शेरिंगहम (जीत प्रतिशत: 21%) मैनचेस्टर यूनाइटेड का यह पूर्व स्टार स्ट्राइकर फुटबॉल प्रबंधन में अपेक्षाकृत नया है, जो 2015 में शुरू हुआ था। अपेक्षाकृत नये चेहरे होने के कारण, शेरिंगहम को अब तक उनके छोटे कोचिंग कैरियर में ऊपर चढ़ने की तुलना में अधिक गिरावट आई है। हालांकि, अगर वह अगले साल अपने तीसरे आईएसएल खिताब के लिए कोलकाता का नेतृत्व करते है तो आकड़ो का बदलना तय है। उनके प्रबंधन कैरियर के प्रमुख आंकड़े निम्नलिखित हैं: राष्ट्रीयता: अंग्रेजी प्रबंधक / प्रमुख कोच के रूप में मैच: 33 जीत: 7 ड्रा: 10 हार: 16 प्रति गेम अंक जीत: 0.94 जीत प्रतिशत: 21 प्रतिशत लेखक: अभिजीत भराली अनुवादक: राहुल पाण्डेय