मौजूदा इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में खराब स्तर की रेफरिंग से परेशान रॉबी फॉलर की कोचिंग वाली एससी ईस्ट बंगाल ने शुक्रवार को एआईएफएफ से शिकायत दर्ज कराई है क्योंकि पिछले कुछ मैचों में इसकी वजह से बड़ा नुकसान हुआ है। चिर-प्रतिद्वंद्वी मोहन बगान के बाद इस आईएसएल में आने वाली आखिरी टीम एससी ईस्ट बंगाल ने लगातार तीन अंक गंवाए हैं और चार मैचों में उसे पहला गोल करना बाकी है।
अंक तालिका में आखिरी स्थान पर काबिज एससी ईस्ट बंगाल ने गुरुवार को जमशेदपुर एफसी के खिलाफ कड़े ड्रॉ मैच में अपना खाता खोला। इस मुकाबले में यूजेनसेन लिंगडो को दूसरा पीला कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया। एससीईबी के अधिकारी ने कहा, 'क्लब के रूप में हमने एआईएफएफ से अपनी प्रतिक्रिया साझा की है। उम्मीद है कि शेष टूर्नामेंट में खेल भावना को बरकरार रखने के लिए रेफरी के स्तर का गुण अच्छा हो, इस पर ध्यान दिया जाएगा।'
फॉलर ने इससे पहले नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी के खिलाफ अपने मुकाबले में दो पेनल्टी नहीं दिए जाने पर रेफरिंग के स्तर की जमकर आलोचना की थी। फॉलर ने कहा था, 'मुझे लगा कि वो पेनल्टी हो चुकी है। मुझे नहीं लगता कि कोई भी फैसला हमारे पक्ष में गया है। हर कोई हमारे खिलाफ नजर आया। हम बस वहां गए और किसी तरह डिफेंस कर रहे थे। हमने गोल नहीं होने दिया और हमारे लिए अंक हासिल करना जरूरी था।' बता दें कि एससी ईस्ट बंगाल का अगला मुकाबला मंगलवार को तिलक मैदान स्टेडियम में हैदराबाद से होगा।
ईस्ट बंगाल ने 10 खिलाड़ियों के साथ जीता पहला अंक
एससी ईस्ट बंगाल ने गुरुवार को जमशेदपुर एफसी के खिलाफ गोलरहित ड्रॉ मैच खेलकर इंडियन सुपर लीग में अपना पहला अंक हासिल किया। एससी ईस्ट बंगाल के यूजेनसेन लिंगडो को 25वें मिनट में दूसरा पीला कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया गया था। मगर मैच के हीरो मोहम्मद इर्शाद के रहते टीम का डिफेंस ताकतवर बना रहा और विरोधी टीम को गोल करने का कोई मौका नहीं मिला।
एससी ईस्ट बंगाल ने लगातार तीन शिकस्त झेलने के बाद आखिरकार अपना खाता खोला और अब उसके चार मैचों में एक अंक हो गया है। वह अंक तालिका में आखिरी स्थान पर है। वहीं जमशेदपुर एफसी के पांच मैचों में छह अंक है और वह पांचवें स्थान पर है। ईस्ट बंगाल के कोच रॉबी फॉलर ने लिंगडो को दूसरा पीला कार्ड दिखाने पर रेफरी के स्तर की आलोचना की और कहा कि इसमें सुधार की सख्त जरूरत है। लिवरपुल के महान खिलाड़ी ने मैच के बाद कहा, 'मैंने अधिकारियों से बात करने की कोशिश की, लेकिन वो सुन ही नहीं रहे थे। यह बेतुका है। रेफरिंग के स्तर में सुधार की जरूरत है। हमें महसूस हुआ कि हम 12 खिलाड़ियों के खिलाफ खेल रहे हैं।'